आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 11 अप्रैल। बहुचर्चित 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने सिरमौर जिले के कालाअंब के हिमालयन ग्रुप, चंडीगढ़ के आईटीएफटी और आईसीएल ग्रुप ऑफ कॉलेज हरियाणा की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपने की तैयारी कर ली है। आरोप है कि इन निजी संस्थानों ने हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ में करोड़ों की संपत्ति बनाई है। सीबीआई की ओर से की गई जांच में इसका खुलासा हुआ है। मनी लॉन्ड्रिंग के चलते यह मामले ईडी को सौंपे जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन संस्थानों पर एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों की 80 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है।
सीबीआई की अब तक की जांच में 266 में से 28 निजी संस्थानों को घोटालों में संलिप्त पाया गया है। 11 संस्थानों की जांच पूरी हो चुकी है और आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। 17 संस्थानों के खिलाफ जांच जारी है। गौर हो कि बीते दिनों हाईकोर्ट ने जांच में तेजी लाकर इसे पूरा करने और सक्षम क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय के समक्ष चार्जशीट दाखिल करने के आदेश जारी किए थे। इसके साथ ही सीबीआई को 20 अप्रैल को मामले की ताजा स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
तीन संस्थानों के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत 12 से अधिक व्यक्तियों को चार्जशीट में नामजद किया जा सकता है। गत शुक्रवार को सीबीआई ने घोटाले में संलिप्त हिमाचल, चंडीगढ़ और हरियाणा के 3 संस्थानों के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सातों आरोपी 3 दिन के रिमांड पर हैं।