आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि सरकार की तरफ से आयोजित निशुल्क योग कक्षाएं जारी रहेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल और भाजपा के रोड़े अटकाने के बावजूद वह कोई काम नहीं रुकने देंगे। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ‘दिल्ली की योगशाला’ योजना की फाइल भी दिखाई और कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 26 अक्तूबर को इस पर हस्ताक्षर किए थे और इसे उसी दिन या अगले दिन उपराज्यपाल को भेजा जाना था।
इससे पहले, सिसोदिया ने कहा था इससे AAP सरकार और उपराज्यपाल के बीच नए मुद्दे पर टकराव देखने को मिल रहा है। सरकार के सूत्रों ने सोमवार को दावा किया था कि उपराज्यपाल ने 31 अक्तूबर के बाद योजना जारी रखने को मंजूरी नहीं दी है। हालांकि, उपराज्यपाल सचिवालय के सूत्रों ने कहा था कि उपराज्यपाल कार्यालय को 31 अक्तूबर से आगे कार्यक्रम जारी रखने की अनुमति के लिए कोई फाइल नहीं मिली है और इसलिए, यह कहना गलत है कि सक्सेना ने इसे मंजूरी नहीं दी है और इसी कारण योजना बंद की जा रही है।
केजरीवाल ने कहा, “17,000 लोग योग कक्षाओं का लाभ उठा रहे थे। इनमें कई ऐसे लोग थे जो कोविड संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे थे। यह बहुत दुखद है कि उन्होंने इसे बंद कर दिया है।” मुख्यमंत्री ने दावा किया कि ओछी राजनीति के कारण योग कक्षाएं बंद की हैं और इससे लोगों में आक्रोश है। केजरीवाल ने कहा कि शिक्षकों ने कहा है कि वे कक्षाएं लेना जारी रखेंगे, मेरे पास देश भर से दान के लिए फोन आए हैं। मैं बताना चाहता हूं कि योग कक्षाएं नहीं रुकेंगी। मैं इस योजना को जारी रखने में मदद करने के लिए लोगों के दरवाजे पर भीख मांगने को तैयार हूं।”
मुख्यमंत्री ने भाजपा और उपराज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह उपराज्यपाल और भाजपा के रोड़े अटकाने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में कोई काम नहीं रुकने देंगे। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता का दुरुपयोग करके योजना को बंद कर दिया जाता है, तो दिल्ली के दो करोड़ लोग जवाब देंगे।” उन्होंने घोषणा की कि पंजाब में भी योग कक्षाएं शुरू की जाएंगी और अगर उनकी पार्टी गुजरात में जीतती है, तो वहां भी योग कक्षाएं शुरू होंगी।