आवाज़ ए हिमाचल
31 अगस्त । भारतीय विमानन उद्योग को चालू वित्त वर्ष में 260 अरब रुपए का नुकसान हो सकता है और वर्ष 2022-24 के दौरान इसको 470 अरब रुपए तक की अतिरिक्त फंडिंग की जरूरत पड़़ सकती है। बाजार अध्ययन और सलाह सेवा प्रदान करने वाली एजेंसी इक्रा ने मंगलवार को इस संबंध में जारी अपनी रिपोर्ट में यह अनुमान जताते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में 45 से 50 प्रतिशत तक विमानन यात्रियों की संख्या में बढोतरी होने की संभावना है। मार्च 2022 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारतीय एयरलाइनों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में 80 से 85 फीसदी की बढोतरी दिख सकती है लेकिन यह अभी भी वित्त वर्ष 2016 के स्तर से कम है।