आवाज़ ए हिमाचल
चम्बा। सलूणी के किहार क्षेत्र में ही वर्ष 2005 में गायब हुआ संजय कुमार का आज दिन तक कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है। न ही इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है। संजय कुमार किहार के ही भस्यूंड गांव का रहने वाला था। संजय कुमार सलमा नाम की लड़की से प्यार करता था। यह दोनों किहार में एक ही स्कूल में पढ़ाई करते थे। जिस दिन संजय कुमार गायब हुआ उस दिन वह ओर सलमा किहार से कूछ ही दूरी पर सड़क से नीचे नदी के किनारे बैठे थे। इतने में लड़की के स्वजनों को इस बात का पता चल गया। ओर व तुरंत वहां पहुंच गए। उन्हें देख लड़की वहां से भाग कर सड़क में आ गई, जबकि लड़का नीचे की तरफ भागा। लड़के को भगता देख लड़की के स्वजन ऊपर से उसके ऊपर पत्थर मार रहे थे। तब से लेकर आज तक संजय गायब है।
तीसा क्षेत्र में नहीं रुक रही गौ तस्करी
चंबा के चुराह क्षेत्र में पिछले कई सालों से गौ तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में मई माह में भी चुराह के ग्राम पंचायत सनवाल की धार मल्हड़ में बैल का सर काटा गया है। इस मामले में संलिप्त दो व्यक्ति को पुलिस से शक के आधार पर हिरासत में लिया है। चुराह के ही सनवाल पंचायत के चचूल गांव में दो साल पहले भी गो तस्करी का मामला सामने आया था। इसके बाद तीसा में माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
वहीं पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से तीन जम्मू-कश्मीर के व तीन लोग चुराह के थे। लोगों का आरोप था कि उपमंडल की सनवाल पंचायत के चचलू गांव से जम्मू-कश्मीर के तीन लोगों ने गाय खरीदी थी। इन गाय को जिले की जम्मू-कश्मीर से सटी सीमा पर काटा गया।
पुलिस को सूचना मिलते ही जब छानबीन की गई तो आरोपितों से एक पशु की खाल भी बरामद की थी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। उस दौरान तीसा में बने तनावपूर्ण माहौल के बाद पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया था।
कालावन-सतरूंडी में मार डाले थे 35 लोग
तीन अगस्त 1998 को जम्मू की तरफ से आए आतंकियों ने चंबा की सीमा पर चुराह में आने वाले कालावन-सतरूंडी में 35 मजदूरों को गोलियों से भून डाला था। जिनमें से छह लोगों का अपहरण कर वह उन्हें अपने साथ ले गए हैं। जिनका आज तक कोई पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा भी क्षेत्र में कई आतंकी गतिविधियां सामने आई हैं।