आवाज ए हिमाचल
ब्यूरो, शाहपुर। भारी बारिश से हुए शाहपुर हलके के चंबी में भूस्खलन से भारी मलबे के आने के कारण दुकानों में मलबा घुस गया है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। दूसरी तरफ फोरलेन के कार्य के चलते 45 मील राजोल में पानी की निकासी न होने पर लोगों के घरों में पानी घुसने से हुए नुकसान का उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने उप मंडल शाहपुर करतार चंद सहित फोरलेन के अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर हुए नुकसान का जायजा लिया।
प्रभावित लोगों से मिलकर हुए नुकसान का उनसे बातचीत करके उनका दुःख दर्द समझा और उपमंडल अधिकारी सहित फोरलेन अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो घरों में पानी घुसने की समस्याओं को दूर करने के लिए पानी की निकासी के लिए नालिया निकाले ओर हुए नुकसान का मुआयना करके प्रभावित लोगों हुए नुकसान की भरपाई जल्द करें, जिससे आने बाले समय मे कोई समस्या न हो।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने उप मंडल अधिकारी सहित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विधानसभा क्षेत्र शाहपुर में जहाँ भी भारी बारिश होने के कारण घरों, सड़कों, जमीन के धंसने से नुकसान हुआ है, तुरंत वहां जाकर नुकसान का जायजा लें और प्रभावित लोगों से मिलकर उनको राहत दें।
जनता ने कहा कि हमें विधायक पहली बार मिला है जो हर दुःख-सुख में हमारे साथ खड़े हो जाते हैं, जिससे हमारा होंसला बढ़ता है और प्रशासन एवं अन्य विभागों के अधिकारी
मौके पर राहत का कार्य शुरू कर देते हैं। ये भी विधायक की बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिससे लोग परेशानी का सामना ज्यादा देर तक न रहे। चाहे सड़कों का कार्य हो चाहे मुआवजे की बात हो चाहे बिजली पानी की बात हो विधायक की सूझबूझ से ओर अधिकारियों की मेहनत से कार्य को तुरंत प्रभाव से सुचारू रूप से चालू किया जाता है।
ये पहला मौका नहीं है जब भी विधानसभा क्षेत्र शाहपुर हलके में कहीं भी अगर किसी को आपदा में अगर मुशीबत आती है तो विधायक पहले ही हमारे बीच अधिकारियों को लेकर पहुंच जाते है। ऐसे कभी भी हमारी जिंदगी में नहीं हुआ जो विधायक मुशीबत में जनता के साथ खड़ा होता है। जब भी आते हैं तो उस वक्त सब नॉर्मल हो जाता है। जब राजोल खड्ड में भारी बारिश से घरों में पानी घुसा था तब भी विधायक न होते हुए भी केवल सिंह पठानिया हमारे बीच खड़े हुए थे। जब विधायक बने तो पहला काम विधायक केवल सिंह पठानिया ने राजोल खड्ड के पानी को डायवर्ट करके दूसरी तरफ करने के लिए कांग्रेस सरकार ने करोड़ों रूपए खर्च करके कई परिवारों की जिंदगियों को बचाया और भविष्य में नुकसान होने से बचाया। आज राजोल, अंसुई, केटलु,अमबाड़ी ,डोला आदि अन्य जगहों की जनता चैन की सांस लेते हैं और चैन की नींद सोते हैं।