आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने चंबा के सलूणी में हुए हत्याकांड की जांच एनआईए यानी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी से करवाने की मांग उठाई है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस हत्या कांड का आरोपी चंबा में 1998 में हुए हत्याकांड में भी जांच के दायरे में था। इसके अलावा आरोपी के पास भारी दो करोड़ के करीब बैंक डिपॉजिट और 100 बीघा के अवैध भूमि पर कब्जे की बात उन्होंने कही है। शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि चंबा जिला में एक गंभीर मामला सामने आया है । गौर हो कि छह जून को मनोहर, जो हिंदू दलित परिवार से संबंध रखता था, वह घर से गुम हो गया, कुछ दिनों बाद उसकी लाश एक नाले में मिली, जिसके आठ हिस्से बोरी से बरामद हुए। इस घटना को लेकर समाज में तनाव है और यह घटना देश एवं प्रदेश में चिंता का विषय बन गई है।
यह सामान्य घटना नहीं है और किसी सामान्य व्यक्ति द्वारा नहीं की गई है। यह असामान्य घटना है, जिसने पूरे प्रदेश भर को झकझोर कर रख दिया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस घटना में मुख्य आरोपी मुसाफिर मोहम्मद, उनकी पत्नी फरीदा और अन्य छह लोग हैं। जयराम ठाकुर का दावा है कि उन्होंने कहा कि आरोपी ने हाल ही में 2000 के नोट बैंक में एक्सचेंज करवाए थे। इसके बैंक अकाउंट में दो करोड़ का डिपॉजिट है और आय का साधन इतना नहीं है। तीन बीघा मिलकीयत जमीन है और कब्जा 100 बीघा जमीन पर है। 10000 फीट की ऊंचाई पर यह रहता है, जहां छह से 10 फुट बर्फ पड़ती है। उसके पास 100 बकरियां हैं, पर हर साल 200 बकरियां बेचता है। 1998 चंबा के गांव में जब जम्मू कश्मीर के आतंकी घुस आए थे और 35 लोगों की हत्या की थी, उस मामले में भी इस आरोपी को जांच में शामिल किया गया था।