आवाज़ ए हिमाचल
विनोद चड्ढा,बिलासपुर
16 जनवरी।घुमारवीं नगर परिषद में चुनावों के बाद चली आ रही खींचतान में आखिर कांग्रेस ने बाजी मार ली है तथा तरह तरह की अटकलों पर विराम लग गया है। राजेश धर्माणी के घर पर लोहड़ी के बहाने जीते दो निर्दलीय पार्षदों को भी बुलावा भेजा गया था, जिसमें कांग्रेस की पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले दो पार्षद रीता सहगल और श्याम शर्मा तुरंत मौका भुनाते हुए राजेश धर्माणी के घर पहुंच गए,जिससे उन सभी अटकलों को विराम लग गया, जिसमें यह कहा जा रहा था कि आखिर नगर परिषद घुमारवीं का अध्यक्ष कौन बनेगा।धर्माणी के घर हुई इस बैठक में नगर परिषद के चुनावों जीते हुए पार्षदों को बुलाया गया था तथा बैठक के बाद बाहर आ रही खबरों के मुताबिक अगला नगर परिषद अध्यक्ष निश्चित रूप से रीता सहगल होगी और उपाध्यक्ष पर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत के आए श्याम शर्मा काबिज होंगे।अहम।यह है कि जिस दिन चुनावों का परिणाम आया था उस दिन आंकड़ों को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि सात में से तीन पार्षद बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत कर आए हैं, ऐसे में राकेश चोपड़ा का हारना और उनकी बेटी का जीतना यह तय कर रहा था कि दो निर्दलीय पार्षद जो जीत कर आए हैं उनमें से किसी एक पार्षद का साथ लेकर राकेश चोपड़ा अपनी बेटी को नगर परिषद का अध्यक्ष बना देंगे,लेकिन 2 दिन पहले राजेश धर्माणी के घर हुई बैठक में उनके अरमानों पर पानी फेर दिया और अब स्थिति पूरी तरह से साफ और स्पष्ट हो चुकी है कि रीता सहगल ही नगर परिषद अध्यक्ष होंगी।लोहड़ी के पर्व पर राजेश धर्माणी ने सभी जीते हुए चारों पार्षदों को इकट्ठा करके घुमारवीं में कांग्रेस की एकजुटता का परिणाम भी दिखा दिया तथा 18 तारीख को रखे गए शपथ समारोह के दिन देखना दिलचस्प होगा कि क्या नगर परिषद घुमारवीं को उसी दिन अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा या दो-तीन दिन का समय और लगेगा ।घुमारवी शहर में चल रही तरह-तरह की अटकलों को पूरी तरह विराम लग गया है कि अगला नगर परिषद अध्यक्ष कांग्रेस का ही होगा तथा खुद राजेश धर्माणी ने भी इशारों इशारों में कह दिया है कि स्थिति कांग्रेस के पक्ष में जिसका शपथ समारोह के साथ ही खुलासा कर दिया जाएगा।