आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
24 नवंबर।स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत की । राजेन्द्र गर्ग ने महाविद्यालय प्रागंण में आज 8 करोड़ 25 लाख रुपये के विभिन्न उद्घाटन एवं शिलान्यास किए। उन्होंने 90 लाख रुपये की लागत से नव निर्मित किए गए दो बड़े क्लास रुम का उद्घाटन किया। उन्होंने महाविद्यालय में प्रारम्भ किए गए 5 विषयों की पी.जी. कक्षाओं जिसमें वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायन विज्ञान, राजनीति शास्त्र व वाणिज्य सहित सम्मेलन कक्ष एवं अतिथि एवं पर्यटन तथा खुर्दरा प्रबंधन विभाग का शुभारम्भ किया। उन्होंने 75 लाख 50 हजार रुपये की लागत से राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत एक अतिरिक्त कमरें और विज्ञान भवन का शिलान्यास भी किया।
उन्होंने काॅलेज के शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्र के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अच्छा नागरिक व बेहतर इंसान बनना हर विद्यार्थी का लक्ष्य होना चाहिए। उन्हांेने कहा कि शिक्षा के परिसर बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने में अपनी बेहतरीन भूमिका अदा कर रहें हैं। बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान बनाकर अच्छा नागरिक बनाना ही भारतीय शिक्षा पद्धति की परिकल्पना है।उन्होंने कहा कि प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में लम्बी छलांग लगा रहा है। प्रदेश सरकार विद्यालयो, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्वक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते एक लम्बे समय के बाद इस तरह के समारोह सम्भव हो पाए है क्योंकि कोरोना काल ने विकास के साथ जिंदगी की रफ्तार को भी धीमा कर दिया था।इस वैश्विक कोरोना महामारी के कारण अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि देश के ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन, कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन के कारण तथा प्रदेश सरकार ने सभी चुनौतियों का एकजुट होकर सामना किया और विकास की गति में ठहराव नहीं आने दिया।
कोरोना काल में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जन जीवन सामान्य बनाने व विकास की गति को तेज करने के प्रयास लगातार जारी रखें जिसमें वह सफल रहे। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय का सुदृढ़ीकरण करने के लिए 13 करोड़ 65 लाख के विभिन्न कार्य प्रगति पर है जिसमें 65 लाख रुपये की प्रथम चरण के साथ खेल मैदान, 4 करोड़ 30 लाख की लागत से आॅडीटोरियम, लाईब्रेरी भवन 90 लाख रुपये की राशि से निर्मित किया जा रहा है और 1 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से ई-लाईब्रेरी तथा 6 करोड़ 51 लाख रुपये की लागत से विज्ञान भवन बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के खेल मैदान के समतलीकरण के कार्य पर 67 लाख 48 हजार रुपये खर्च किए जा रहे है और इस कार्य को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय को रूसा योजना के तहत लगभग 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्राप्त हुई है जिसे विद्यालय के विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में कलस्टर यूनिवर्सिटी स्थापित करने की सम्भावनाओं को तलाशा जा रहा है। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से लोगों की मांग को पूरा करते हुए संस्कृत काॅलेज डंगार को सरकार ने अधिनस्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि 1959 के बाद पहली बार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। नई शिक्षा नीति को रोजगार से जोड़ा गया है जिससे छात्रों को क्षमता और योग्यता सम्वर्धन के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे।
इस मौके पर स्वामी विवेकानंद के विचारों को स्मर्ण करते हुए उन्होंने कहा कि वे हमेशा युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत और आदर्श है जिनके प्रेरणादायी जीवन से हम सब को सीख लेने की आवश्यकता है।
उन्होंने निकट भविष्य में महाविद्यालय में पी.जी. कक्षाओं के लिए अलग से पी.जी. ब्लाॅक निर्मित करने व रिक्त पदों को भरने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर उन्होंने एक दिव्यांग छात्रा को सहायता छड़ी भी प्रदान की।
प्रधानाचार्य राम कृष्ण ने महाविद्यालय की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि महाविद्यालय में वर्ष 2020-21 में 1892 छात्र और 1098 छात्राओं सहित कुल 2 हजार 990 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
इस मौके पर महाविद्यालय के छात्र व छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर पी.टी.ए के अध्यक्ष जोरावर सिंह, मण्डलाध्यक्ष सुरेश ठाकुर, महामंत्री राजेश शर्मा, राजेश ठाकुर, पंचायत समिति अध्यक्ष रमेश ठाकुर, जिला परिषद सदस्य मदन धीमान, मनोनित पार्षद संदीप शर्मा, युवा मोर्चा के जिला महामंत्री दिनेश ठाकुर सहित काॅलेज के पूर्व प्रधानाचार्यों के सहित काॅलेज का स्टाॅफ और हजारों विद्यार्थी उपस्थित रहे।