आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बद्दी। ग्लेनमार्क एम्प्लॉय वॉलंटियर प्रोग्राम के अतंर्गत ग्लेनमार्क फार्मा की किशनपुरा और राजपुरा की दोनो यूनिटों द्वारा वर्मी खाद, केमिकल और फलों के बीजों से त्यार की 15000 सीड्स बाल बनाई गई जिसमे अनार, आम, बेर, जामुन और आंवला के बीज मोजूद रहे। इन सीड्स बाल को बनाने के बाद ग्लेनमार्क फार्मा के अधिकारी अजय ओर चंदर डीएफओ नालागढ़ से मिले और उन्होने कम्पनी द्वारा बनाई इन सीड्स बाल की पक्रिया को सराहा और डीएफओ एच के गुप्ता के निर्देशानुसार सरसा नदी, सनसिटी नदी, पट्टा नदी और गुरुकुंड नदी के 3 मीटर के दायरे के किनारों में डाला गया ताकि नदी के किनारों को मजबूत बनाया जाए ताकि नदी के बहाव के दौरान भूमि कटाव के आपदन को रोका जा सके। ग्लेनमार्क फार्मा के दोनो यूनिटों के एनवायरनमेंट हेल्थ एंड सेफ्टी हेड विमल कुमार और चंदर ने बताया की ये सीड्स बाल बहुत ही कम लागत में त्यार होती हैं और जिन्हे आसानी से दूर से फेक दिया जाता है और बारिश पानी की बूंद गिरने से ये आकुरित हो जाते हैं। इसके लिए हमे न खुदाई और रोपाई की जरूरत पड़ती है।
इस सीएसआर एक्टिविटी में ग्लेनमार्क फार्मा से एचआर मैनेजर अजय, आई जी डी से बलजिंदर सिंह,शिल्पा, सुरिंदर शर्मा, एकाउंट्स मैनेजर सुरिंदर, क्वॉलिटी हेड विधि सिंह और 20/20 वॉलंटियर की 2 टीमें बनाकर इन चारो नदियों को कवर किया गया। ये ग्लेनमार्क द्वारा छोटा सा प्रयास हमारी प्रकृतिक सपदा को सजोए रखने के लिए एक पहल है।