आवाज़ ए हिमाचल
मनीष कोहली,शाहपुर
14 सितंबर।ग्रामीण ज़ागोरी संस्था द्वारा सोमवार को रैत में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला कांगड़ा के तीन विकास खंड की 12 पंचायतों रिडकमार,भलेड ,बोडू सारना ,रेहलू,दरगेला,ढगवार,सुनेड सिहुंवा,बगली,कनेड ,रसेड व तंगरोटी के लगभग 44 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।जागोरी कार्यकर्ता ममता ने बताया कि कोरोना काल के चलते नई
पंचायतों को बने आठ माह से भी अधिक का समय होने को आया है, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण में बिलंब हो रहा है।इसी को ध्यान में रखते हुए जागोरी संस्था ने प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बात की है,जिसमे पंचायतों के गठन की प्रक्रिया व वार्ड पंच, उप प्रधान, प्रधान के कार्य व शक्तियां, ग्राम सभा का महत्व तथा पंचायतों की बनी विभिन्न कमेटियां के गठन पर चर्चा की गई। इस चर्चा में उन जनप्रतिनिधियों ने अहम
भूमिका निभाई, जो पहले भी किसी न किसी पद पर प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में भी प्रतिनिधि चुन कर आए है ।इस अवसर पर रेहलू की प्रधान सीमा देवी,बगली की प्रधान शालिनी , चंचला देवी ,जगन्नाथ,उत्तम चन्द, जोगिंद्र,दीप कुमार सहित जगोरी की चन्द्रकान्ता , ममता,मंजू ,
अमर , आजाद स्वरूप आदि भी मौजूद थे ।