गुजरात में स्थापित होगा दुनिया का पहला पारंपरिक दवाओं का ग्लोबल सेंटर, WHO के साथ हुआ करार

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21 अप्रैल को होगा भव्य भूमि पूजन

आवाज़ ए हिमाचल 

नई दिल्ली, 26 मार्च। पारंपरिक दवाओं पर शोध के लिए विश्व का पहला ग्लोबल सेंटर गुजरात के जामनगर में स्थापित होने जा रहा है। इसके लिए आयुष विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन के बीच 25 मार्च को जिनेवा में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस योजना पर 25 करोड़ डॉलर खर्च किए जाएंगे।

आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस पहल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात के जामनगर में वैश्विक केंद्र दुनिया को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि, वैश्विक केंद्र दुनिया को बेहतर और किफायती चिकित्सा समाधान मुहैया कराने में मददगार होगा।

विश्व के पहले ग्लोबल सेंटर की स्थापना के लिए 21 अप्रैल को भूमि पूजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी हिस्सा ले सकते हैं। जीसीटीएम पारंपरिक चिकित्सा के लिए पहला और विश्व का एकमात्र वैश्विक केंद्र (कार्यालय) होगा। यह पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों, उत्पादों और मानकों के लिए ठोस साक्ष्य उपलब्ध कराएगा। यह न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में अच्छे स्वास्थ्य कल्याण को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

 

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