गलवन के बहादुरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा : सेना प्रमुख नरवाने

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आवाज ए हिमाचल 

15 जनवरी। भारतीय सेना आज अपना 73वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर सेना प्रमुख एमएम नरवाने ने कहा कि आप सभी उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ चल रहे तनाव से अवगत हैं। सीमाओं पर एकतरफा स्थिति बदलने की साजिश को लेकर जोरदार जवाब दिया गया। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि गलवन के बहादुरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम चर्चा और राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से अपने विवादों का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए।’ सेना प्रमुख नरवाने यह भी कहा कि पिछले साल, एलओसी के पास और आतंकवाद-रोधी अभियानों में सेना ने 200 से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया।

लगभग 300-400 आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए सीमा के पास प्रशिक्षण शिविरों में बैठे हैं। पिछले वर्ष संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पाकिस्तान के नापाक इरादों को दर्शाता है। इससे पहले आर्मी डे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने वीर जवानों के नाम अपना संदेश दिया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘सेना दिवस पर, भारतीय सेना के बहादुर पुरुषों और महिलाओं को बधाई। हम उन बहादुरों को याद करते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया।

भारत साहसी और प्रतिबद्ध सैनिकों और उनके परिवारों के लिए हमेशा आभारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘मां भारती की रक्षा में पल-पल मुस्तैद देश के पराक्रमी सैनिकों और उनके परिजनों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई। हमारी सेना सशक्त, साहसी और संकल्पबद्ध है, जिसने हमेशा देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। समस्त देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन।’ सीडीएस रावत ने ट्वीट किया, ‘ हम उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी कर्तव्य के प्रति वीरता और सर्वोच्च बलिदान हमें नए सिरे से दृढ्ता के साथ खुद को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।

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