आवाज ए हिमाचल
16 जनवरी । गद्दी समुदाय की बकरी चोरी मामलों को पुलिस प्राथमिकता के आधार पर छानबीन करे, क्योंकि उनकी आजीविका भेड़ व बकरी पालन से ही चलती है। यह बात उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर, डीएफओ मृत्युंजय माधव, उप-निदेशक पशु पालन विभाग डॉ. जय सिंह सेन, सहायक निदेशक डॉ. सुरेश धीमान उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने वन विभाग को गद्दी समुदाय के साथ बैठकें कर उन्हें जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेंज अधिकारी जब भी गद्दी समुदाय को परमिट जारी करें, तो उसके पिछले पृष्ठ पर हेल्पलाइन नंबर प्रकाशित करें। हेल्पलाइन नंबर में नजदीकी पुलिस थानों तथा वन विभाग के कार्यालयों के नंबर प्रकाशित किए जाएंगे। साथ ही परमिट की कॉपी पुलिस विभाग के साथ भी साझा की जाए। राघव शर्मा ने पशु पालन विभाग को भी पर्ची के पीछे इसी प्रकार से हेल्पलाइन नंबर प्रकाशित करने के निर्देश दिए।
गद्दी समुदाय की सुविधा के लिए परमिट के पिछले पृष्ठ पर प्रकाशित होंगे हेल्पलाइन नंबर
राघव शर्मा ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में सुरक्षा के लिए हथियार दिए जाने का भी प्रावधान है। ऐसे में सरकार से अनुरोध किया जाएगा कि गद्दी समुदाय को हथियार रखने के लाइसेंस मिले, ताकि वह अपने पशु धन की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। इसके अलावा वूल फेडरेशन के माध्यम से गद्दी समुदाय की भेड़ों व बकरियों का बीमा कराने पर भी विचार किया जाए, ताकि उनके नुकसान की भरपाई की जा सके। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को गद्दी समुदाय की बकरी चोरी के मामलों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि गद्दी समुदाय हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से किसी भी वारदात की सूचना तुरंत नजदीकी थाने में दें।