बोले- 50 लोगों की कार्यकारिणी में एक भी गद्दी नेता को प्रतिनिधित्व न देकर कांग्रेस ने समुदाय का किया अपमान
आवाज ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, धर्मशाला/शाहपुर।
28 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष समेत नई टीम की घोषणा की है। अपनी नई टीम में हाईकमान ने लगभग 50 लोगों की कार्यकारिणी में एक भी गद्दी नेता को प्रतिनिधित्व न देखकर गद्दी समुदाय का अपमान किया है।
यह शब्द रैत ब्लॉक के पूर्व चेयरमैन परस राम अत्री ने कहे। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि बड़ी विडंबना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता वह पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के करीबी रहे ठाकुर सिंह भरमौरी को भी पदाधिकारी की सूची में शामिल न करके पूरी तरह से किनारे लगा दिया गया है, जिसे गद्दी समुदाय में रोष की लहर है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कई तेज तरार और इमानदार नेता हैं। कोई भी कांग्रेस में ठाकुर सिंह भरमौरी के अलावा फ्रंट लाइन में खड़ा नहीं पाया।
विदित रहे कि चंबा कांगड़ा जिलों के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 6 लाख से अधिक गद्दी समुदाय के वोटर हैं, परंतु कांग्रेस पार्टी द्वारा इस समुदाय के नेताओं को प्रतिनिधित्व न देखकर भेदभाव किया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के शीर्ष नेता द्वारा गद्दी समुदाय को उल्टा सीधा बोला गया, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना भी पड़ा।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला से मनोज ठाकुर, विजय इंद्रकरण, शाहपुर से हंस राज ठाकुर, गगन गोरा, बैजनाथ से त्रिलोक सूर्यवंशी, पालमपुर से बेनी प्रसाद, भरमौर से अमित भरमौरी, सुरजीत भरमौरी, ब्रह्मानंद, ललित ठाकुर के अलावा और भी कई बड़े गद्दी नेता हैं जो कांग्रेसी विचारधारा से जुड़े हुए हैं, परंतु किसी को भी बड़ी जिम्मेदारी देने के योग्य नहीं समझा गया। इसके विपरीत भाजपा गद्दी नेताओं जिनमें सांसद किशन कपूर, विधायक विशाल नेहरिया, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक दूलो राम, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय तुलसीराम, विधायक जिया लाल कपूर, पूर्व विधायक वी के चौहान, विधायक विक्रम जरियाल, ओंकार नेहरिया आदि कई गद्दी नेताओं को प्रतिनिधित्व देकर पार्टी हित में समुदाय का समर्थन जुटाने में सफल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा समुदाय की अनदेखी भविष्य में पार्टी के लिए खतरा है। 2012 के विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी में धर्मशाला से मनोज ठाकुर को प्रत्याशी बनाकर और दो दिन बाद ही टिकट छीनकर उनका मजाक उड़ाया था जिसको लेकर गद्दी समुदाय आज तक अपने आप अपमानित और ठगा हुआ महसूस करता है।