आवाज ए हिमाचल
26 जनवरी। 72वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आज कांगड़ा जिला के धर्मशाला में ज़िला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा पुलिस, होमगार्ड और विभिन्न स्कूलों के एनसीसी, स्काऊटस व गाईडस एवं एनएसएस के विद्यार्थियों की टुकड़ियों द्वारा निकाले गए आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। इसके पश्चात, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में विपिन सिंह परमार ने संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश की आजादी एवं गणतंत्र की स्थापना में स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निस्वार्थ त्याग और बलिदान को याद किया। उन्होंने बहुमूल्य सेवाओं के लिए भारतीय सेनाओं के जवानों का भी आभार जताया।उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रखने के लिए सेना में कांगड़ा जिला के वीर जवानों अमर शहीद मेजर सोमनाथ, कैप्टन विक्रम बतरा, मेजर सुधीर वालिया, कैप्टन सौरभ कालिया, और ब्रिगेडियर शेरजंग थापा जैसे वीरों के बलिदान की एक लंबी फेहरिस्त है जिसे देश कभी नहीं भुला सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि धर्मशाला में भव्य युद्व संग्रहालय विकसित किया जा रहा है। इसमें सेना के युद्वों और संघर्षों की शिक्षा एवं देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक महत्व की चीजों के संग्रह, संरक्षण और सैन्य साजोसमान की झलक भी मिलेगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा को देश में पहली ई-विधान सभा होने का गौरव प्राप्त हुआ है। प्रदेश की सभी 68 विधान सभा क्षेत्रों को ई-विधानसभा प्रबंधन प्रणाली से जोड़कर इसे प्रभावशाली ढंग से लागू किया जा रहा है, जिससे विधायक अपने विधान सभा क्षेत्रों में विकास कार्यों एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी मोबाईल फोन पर उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि मोबाईल ऐप के माध्यम से विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं, मांगों और चल रहे सभी विकास कार्यों की सचित्र जानकारी के लिए उपलब्ध रहेंगी। इससे विकास कार्यों में तेजी आने के साथ पारर्शिता भी बनी रहेगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के कार्य का डिजिटलीकरण कर दिया गया है और विधानसभा के कार्यों को कागज रहित बनाने की दिशा में सफलता प्राप्त हुई है।
हिमाचल प्रदेश विधान सभा ई-विधान प्रणाली को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने वाली भारत की प्रथम उच्च-तकनीक युक्त कागज विधान सभा है। हिमाचल प्रदेश विधान सभा द्वारा उठाए गए कदमों से यह स्पष्ट है कि ई-विधान के कार्यान्वयन को जहां हम बहुत पहले ही कार्यरूप दे चुके हैं। वहीं, हमारे मॉडल का अन्य विधान मंडलों के लिए भी अनुकरणीय रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है तथा चामुंडा मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य भी आरंभ हो चुका है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले कलाकारों, आकर्षक मार्च पास्ट करने वाली टुकड़ियों को पुरस्कृत किया।
इससे पूर्व विपिन सिंह परमार ने धर्मशाला स्थित शहीद स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अतिरिक्त, जिलाभर में उपमंडल स्तरों पर हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया। विभिन्न उपमंडलों में संबंधित उपमंडलाधिकारी (नागरिक) ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली। इसके अतिरिक्त विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना वायरस और पुलिस विभाग के ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने वाले कर्मियों को भी सम्मानित किया। समारोह में निर्वासित तिब्बत सरकार के वित्त मंत्री कर्मा यशी, सांसद किशन कपूर, प्रदेश योजना आयोग के उपाध्यक्ष रमेश चंद ध्वाला, विधायक विशाल नेहरिया, उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी, जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में जिलावासी उपस्थित थे।