आवाज़ ए हिमाचल
हरिद्वार। भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्यवाही न होने से निराश पहलवान मंगलवार को अपने मेडल हर की पौड़ी में गंगा में बहाने के लिए पहुंचे। मेडल बहाने से पहले साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट करीब एक घंटे तक हर की पौड़ी पर बैठकर मेडल पकड़े रोते रहे। यह दृश्य देख वहां मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखों में आंसू आ गए। जब पहलवान गंगा की ओर बढऩे लगे, तो किसान नेता नरेश टिकैत ने वहां पहुंचकर पहलवानों को रोका और समझाने पर उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। नरेश टिकैत ने पहलवानों से बात कर केंद्र को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है। टिकैत ने उनसे मेडल्स और मोमेंटो वाली पोटली भी ले ली। इसके बाद सभी खिलाड़ी एक ही गाड़ी में बैठकर वापस हरियाणा के लिए रवाना हो गए। बता दें कि ये पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। रविवार को पुलिस से हुई झड़प के बाद ये जंतर-मंतर से लौट आए हैं।
इससे पहले रेसलर साक्षी मलिक ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को हम पदक नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली। इसी बीच, बृजभूषण शरण सिंह ने पांच जून को अयोध्या में महारैली बुलाई है। इसमें संत भाग लेंगे। बृजभूषण और संतों का कहना है कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर इसका दुरुपयोग किया जा रहा है।