आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला। धर्मशाला में खालिस्तान के नारे लिखने वाले दो संदिग्धों की पहचान की गई है। सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध खालिस्तान के नारे लिखने के बाद फोटो लेते हुए दिखाई दे रहें हैं। धर्मशाला में खालिस्तान नारों की घटना के बाद खुफिय़ा एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं, वहीं डीजीपी संजय कुंडू ने भी सैन्य खुफिया, आईबी और सीआईडी के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। मंगलवार देर रात आईपीएच सर्किल कार्यालय धर्मशाला के पास एक चित्र पाया गया, जिसमें दीवार पर काले रंग से खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा हुआ था। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया की इस बारे में पुलिस स्टेशन धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश खुला स्थान (विरूपण निवारण) अधिनियम-1985 की धारा 03 और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम 1984 की धारा तीन के तहत मामला एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दो संदिग्धों की पहचान की गई है। फुटेज में ऐसा देखा गया है कि संदिग्धों ने नारा लिखने के बाद उसकी तस्वीरें भी खींच लीं। इस प्रकार सेल फोन विश्लेषण भी किया जा रहा है। इसके अलावा एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें कथित तौर पर एसएफजे जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून का एक आवाज संदेश प्रचलन में है, जिसमें चल रहे एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय विश्व कप-2023 के फाइनल मैच को लक्षित करने का दावा किया गया है। इसमें हिमाचल प्रदेश बनेगा खालिस्तान का उल्लेख है और कनाडा में निज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए धर्मशाला में खालिस्तान समर्थक चित्र और झंडे भी बनाए गए हैं।
डीजीपी ने कहा कि आगामी विश्व कप मैचों के दौरान समन्वय और तेजी से खुफिया जानकारी साझा करने के लिए सैन्य खुफिया, आईबी और सीआईडी इकाइयों के अधिकारियों के साथ धर्मशाला में एक संयुक्त खुफिया साझा बैठक भी आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान घटना के मद्देनजर, धर्मशाला और मकलोडगंज क्षेत्रों में पांच अतिरिक्त गश्ती दल और स्थानीय खुफिया इकाइयां सक्रिय कर दी गई हैं। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पूरे जिले में गहन सतर्कता और निगरानी रखी जाएगी। मामले में दोषियों को पकडऩे और मामले की जांच के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।