आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 9 जून। हिमाचल प्रदेश में लोगों के खानपान में बेहतर सुधार हुआ है। खाद्य सुरक्षा सूचकांक में प्रदेश देश भर में चौथे स्थान पर रहा है। पांच पैरामीटर पर हुई रैंकिंग में पहले स्थान पर तमिलनाडु, दूसरे पर गुजरात, तीसरे पर महाराष्ट्र रहा। नई दिल्ली में 7 जून को एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश को यह पुरस्कार केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिया।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के तहत खाद्य सुरक्षा के विभिन्न मापदंडों और राज्य की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियान के कारण प्रदेश को यह कामयाबी मिली है। संयुक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा विनियमन सुमित खिमटा ने बताया कि केंद्र सरकार ने पांच पैरामीटर के आधार पर यह रैंकिंग की।
इसमें मानव संसाधन और संस्थागत डाटा, अनुपालना, खाद्य परीक्षण अवसंरचना, निगरानी और उपभोक्ता अधिकारिता शामिल है। गौर हो कि 7 जून, 2019 को पहली बार विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के लिए पहला खाद्य सुरक्षा सूचकांक घोषित किया गया था।