आवाज ए हिमाचल
26 जनवरी: देहदान, रक्तदान, पौधारोपण, योग सेवा व समाज में बेहतर सेवाओं के लिए रजनेश कुमार शर्मा को गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया ।
इन्होंने कोविड-19 के दौरान विभिन्न क्वार्टीन सेंटरों में आइसोलेट किये गए कोरोना संक्रमित लोगों को योग व प्राणायाम सिखा कर निरोगी रहने के उपाय बताए। 26 जून 1965 को शाहपुर के चडी में श्री चन्दो राम के घर जन्मे रजनेश कुमार ने 1982 में आईटीआई की पढ़ाई करने के दौरान ही प्रथम बार रक्तदान किया था ।
वह 25 वर्ष तक श्रमिक संगठनों के प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर तक संगठन में पदाधिकारी रहते हुए कर्मचारियों की समस्याओं का हल करते रहे हैं । मार्च 2004 में वह विश्व विख्यात योग गुरु स्वामी रामदेव के साथ जुड़े तथा 2006 में इन्होंने हरिद्वार जाकर पतंजलि योगपीठ में योग शिक्षा ग्रहण की । वह अब तक 61 बार रक्तदान भी कर चुके हैं । रजनेश ने अपनी शादी की 18वीं सालगिरह पर अपनी धर्मपत्नी रमा शर्मा सहित वर्ष 2010 में देहदान करने का भी संकल्प लिया तथा टांडा मेडिकल कॉलेज में जाकर देहदान की सभी औपचारिकताओं को पूरा किया । वह निरंतर पौधारोपण भी करते रहते हैं तथा अब तक 126 पौधे लगा कर लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दे चुके हैं ।
समाजसेवा में हमेशा अग्रणी रहने वाले रजनेश पतंजलि योगपीठ व ब्राह्मण कल्याण परिषद सहित अनेक सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हैं । आज 26 जनवरी 2021 को धर्मशाला में आयोजित गणतंत्र दिवस सामारोह में प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन परमार द्वारा सम्मानित करने पर अनेक लोगों ने उन्हें वधाई ओर शुभकामनाएं दी हैं ।
जीवन के हर क्षेत्र में मान सम्मान मिलने पर वह इसका सारा श्रेय भगवान, माता-पिता व स्वामी रामदेव को देते हैं । उन्होंने कहा कि उन्होंने सदा भगवान की शरण में रहकर व माता-पिता का हर पल ध्यान करके गुरुदेव द्वारा बताए रास्ते पर चलकर समाज सेवा करने का संकल्प लिया है जिससे वह कभी पीछे नहीं हटेंगे । रजनेश ने जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किए जाने पर उन्होंने प्रशासन का धन्यवाद करते हुए आश्वस्त किया है कि जब भी प्रशासन को उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी, वह सदैव तैयार रहेंगे ।