आवाज़ ए हिमाचल
17 अप्रैल। लंबे समय से सामान्य कोरोना पॉजिटिव या कहें तो जिन्हें कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य कोई बीमारी नहीं है या जो उम्र दराज नहीं हैं उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। ऐसे लोगों को अस्पताल में नहीं रखा जा रहा है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में बनाए गए कोविड सेंटर भी बंद कर दिए हैं। अब घर में जो भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति है, उसके स्वजन मरीज के स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन करते रहें। अगर कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव होने के तीन दिन बाद भी बीमार ही है व उसकी तबीयत खराब होती जा रही है तो वे क्षेत्र की आशा वर्कर के माध्यम से स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को बुलाए और जांच करवाए।
पर्यवेक्षक की जांच के बाद अगर व्यक्ति खुद को स्वस्थ महसूस नहीं कर रहा है तो वह पर्यवेक्षक के माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक ई-मेल भिजवा दें। ई-मेल को स्वीकृति मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम उक्त व्यक्ति को घर में जिला कोविड अस्पताल तक चिकित्सकीय निगरानी में पहुंचा देगी।
उधर सीएमओ कांगड़ा डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया जिन लोगों को अन्य कोई गंभीर बीमारी नहीं हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाता है। अगर ऐसे लोगों का स्वास्थ्य घर में खराब हो रहा है तो पर्यवेक्षक के माध्यम से तुंरत विभाग को सूचित करें और अस्पताल में भर्ती हो जाएं। कोरोना का मात देने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है और लोगों को जागरूक रहना पड़ेगा।