प्रधान सचिव ने अधिकारियों से की बैठक, कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। जिससे हिमाचल प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है। प्रधान सचिव सुभाशीष पांडा ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना से निपटने की तैयारियां करने के निर्देश जारी किए। इससे पहले प्रधान सचिव सुभाशीष पांडा के साथ केंद्रीय मंत्री मनसुख माडिया ने वर्चुवाल माध्यम से बैठक की और प्रदेश में करोना को लेकर सतर्कता बरतने के नर्देश दिए। ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र से सतर्कता बरतने के निर्देश मिलने के बाद अब हिमाचल सरकार भी टेस्ट और ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दे सकती है। हालांकि राहत की बात यह है कि हिमाचल में अभी कोरोना के 20 एक्टिव केस बचे हैं। 5 जिले हमीरपुर, किन्नौर, लाहुल स्पीति, सोलन और ऊना कोरोना मुक्त हो गए हैं, जबकि बिलासपुर में 3, चंबा में 1, कांगड़ा में 6, कुल्लू में 4, मंडी में 2, शिमला में 3 और सिरमौर में 1 एक्टिव केस है।
बता दें कि चीन समेत कुछ अन्य देशों में कोरोना तेजी से दोबारा फैल रहा है। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट किया है। दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामले फिर डराने लगे हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया बुधवार को देश में कोविड 19 की स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक करने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख कर कहा था कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजेंए ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
डॉ मनसुख मंडाविया बोले. हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा- कुछ देशों में कोविड 19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
एयरपोर्ट पर एहतियात बरतना जरूरी
दुनियाभर में भले ही कोरोना मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन भारत में अभी कोरोना काबू में है, लेकिन भविष्य में मामले तेजी से ना बढ़े इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं। डॉ मनसुख मंडाविया के साथ हुई बैठक में भी सभी मास्क लगाए हुए दिखाई दिए। बैठक में आईसीएमआरए नीति आयोग और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े तमाम लोगों ने हिस्सा लिया और अपना सुझाव रखा। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मास्क, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट, बुखार होने पर क्वारंटाइन, सामान्य यात्रियों को क्वारंटाइन करने के दिशा निर्देश जारी होने चाहिए। महामारी से संबंधित गाइडलाइन जैसे दो गज दूरी, मास्क, नियमित हाथ धुलने जैसे बातें एयरपोर्ट्स पर लागू होना चाहिए।