आवाज़ ए हिमाचल
17 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की रफ्तार ऐसे ही बढ़ती रही तो हिमाचल प्रदेश में भी कर्फ्यू लगाने की नौबत आ सकती है। ऐसे में जरूरी है कि लोगों को इस महामारी से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि स्कूलों सहित अन्य शिक्षण संस्थानों के 21 अप्रैल के बाद भी खुलने के संभावना कम है। सरकार ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने को लिए पहले के दिशानिर्देशों में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है। लॉकडाउन, कफ्र्यू या शनिवार को कार्यालय बंद रखने का फैसला नहीं लिया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। निर्णय लिया कि मुख्यमंत्री स्वयं ऊना व कांगड़ा सहित अन्य जिलों का दौरा कर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से बैठक कर हालात का जायजा लेंगे।
होम आइसोलेशन में कोविड मरीजों की सहायता और परामर्श के लिए चिकित्सकों को उनसे संपर्क करने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दवाएं, ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता, मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए गए। बताया कि प्रदेश में अब तक आरटी-पीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट, ट्रूनाट और सीवी नॉट से 13,60,794 लोगों की जांच की जा चुकी है। प्रदेश में अब तक 11,87,275 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी हैं। बैठक में मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान एवं जेसी शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं प्रधान निजी सचिव डा. आरएन बत्ता, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक एनएचएम डा. निपुण ङ्क्षजदल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।