आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,धर्मशाला
30 जनवरी। शनिवार को आयोजित ज़िला परिषद कांगड़ा के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का चुनाव कोरम पूरा न होने के चलते स्थगित हो गया।अब पहली फरवरी को पुनः चुनाव होगा।भाजपा समर्थित ज़िला परिषद 33 सदस्य ही बैठक में पहुंच पाए,जबकि कोरम के लिए 36 सदस्य चाहिए थे।कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने बैठक से दूरी बनाए रखी।उनका एक भी सदस्य बैठक में नहीं पहुंच पाए।जिला परिषद कार्यालय में हुई चुनावी प्रक्रिया की आज की बैठक में कोरम ही पूरा ही नहीं हो पाया जिसके चलते जिला निर्वाचन अधिकारी और जिलाधीश राकेश प्रजापति ने इसे अब एक फरवरी तक के लिए टाल दिया है।
अब यही चुनावी प्रक्रिया एक फरवरी सोमवार को तय की गई है। काबिलेगौर है कि कांगड़ा में 54 जिला परिषद सदस्य हैं और कोरम पूरा करने के लिये 36 सदस्यों की आवश्यकता थी,जबकि बहुमत के लिए 54 के आंकड़े का एक तिहाई चाहिए था,बावजूद इसके भाजपा इस बैठक में महज़ 33 ही सदस्यों को ही शामिल कर पाई,जबकि कांग्रेस का एक भी पार्षद इस बैठक में शामिल नहीं हुआ। हालांकि भाजपा ने 40 सदस्यों का समर्थन होने का दावा किया था मगर वे दावा उस वक़्त हवा-हवाई हो गया जब बैठक में भाजपा महज़ 33 ही सदस्य पेश कर पाई और कोरम भी पूरा नहीं हो पाया।
फ़िलहाल जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश प्रजापति ने इस चुनावी प्रक्रिया को एक फ़रवरी तक टालते हुए अब कोरम पूरा करने के लिये सिर्फ़ 27 सदस्यों की उपस्थिति से ही मुक़म्मल करवाने की बात कही है।वहीं कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि भले ही आज वो कोरम पूरा नहीं कर पाए फिर भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष उनके ही बनेंगे, पठानिया ने कहा कि आज भी वे चाहते तो कोरम पूरा करवा सकते थे मगर उनके साथ आए अन्य सदस्य इसलिए एक्सपोज़ नहीं होना चाहते थे ताकि उनके दूसरों के साथ निजी रिश्तों में दरार न आए। वहीं उन्होंने विपक्ष के रवैये पर भी अपनी ही नाराजगी ज़ाहिर की ।