आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला, 30 मई। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसीबी) में अनियमितताएं बरतने के आरोप में विजिलेंस ने पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने अध्यक्ष पद पर रहते हुए संस्थान के नियमों को दरकिनार कर अपने किसी रिश्तेदार को निदेशक मंडल में नियुक्ति दी थी।
विजिलेंस के मुताबिक वर्ष 2016 में देहरा के निदेशक रमेश चंद के निधन के बाद खाली हुए पद पर देहरा जोन से ही सदस्य को भरा जाना था। उस समय जगतीश सिपहिया ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जयसिंहपुर के ही एक व्यक्ति को नियमों के विपरीत बतौर निदेशक उस पद पर नियुक्त कर दिया था।
वहीं, विजिलेंस की और से जांच करने के दौरान आरोप सही पाए गए हैं। विजिलेंस के एएसपी बलवीर जसवाल ने बताया कि पुलिस ने जगदीश सिपहिया के खिलाफ विजिलेंस थाना धर्मशाला में मामला दर्ज कर लिया है और आगामी जांच की जा रही है।
हालांकि पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिपहिया का कहना है उन पर लगाए आरोप गलत हैं। उन्होंने जो भी फैसला लिया था वह निदेशक मंडल की मंजूरी से लिया था। नियमों के तहत ही सबकुछ हुआ है। अब भाजपा के कुछ लोग ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं। अध्यक्ष कभी अकेले फैसला नहीं लेता।
कांगड़ा बैंक पहले भी विवादों में रहा है। इससे पहले भी बैंक में होने वाली भर्तियों पर विवाद हुआ है। इसके अलावा बैंक पर लोन देने को लेकर भी अनियमितता के आरोप लगते आए हैं। इस मामले की भी जांच चल रही है।