आवाज़ ए हिमाचल
07 मई। कोरोना महामारी के संकट के बीच कई राज्यों ने और सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लॉकडाउन की घोषणा करने वाले राज्यों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा समेत कुछ राज्यों में पहले से ही लॉकडाउन लगा दिया गया है, अब केरल और राजस्थान ने भी पूर्ण लॉकडाउन का एलान किया है। केरल में बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने राज्य में आठ मई की सुबह से नौ दिनों के लिए पूर्ण लाकडाउन का एलान किया है। मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि लॉकडाउन आठ मई की सुबह छह बजे से 16 मई तक लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
राजस्थान सरकार ने भी राज्य में सख्त लॉकडाउन की घोषणा की है। राज्य में महामारी की दूसरी लहर को रोकने के लिए 10 से 24 मई तक लॉकडाउन लगाया जा जा रहा है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। बढ़ते मामलों को देखते हुए तमिलनाडु में गुरुवार सुबह चार बजे से ही सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं, जो 20 मई तक प्रभावी रहेंगी। इसके तहत उपनगरीय ट्रेनों में सिर्फ इमरजेंसी सेवा से जुड़े फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही यात्रा करने की अनुमति दी गई है। सरकारी दफ्तरों में 50 फीसद स्टाफ के साथ काम करने को कहा गया है। मेट्रो समेत सार्वजनिक वाहन भी 50 फीसद क्षमता के साथ चलेंगें। किराना और सब्जी की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी। हालांकि, शॉपिंग कांप्लेक्स में इन्हें भी खोलने की अनुमति नहीं होगी।
कर्नाटक सरकार भी महामारी को रोकने के लिए राज्य में सख्त उपायों को लागू करने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें राज्य में लॉकडाउन लगाने समेत अन्य उपायों पर विचार किया जाएगा।तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रही है, क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी होगी साथ ही अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पहले के अनुभव बताते हैं कि लाकडाउन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में प्रभावी नहीं है।