आवाज ए हिमाचल
राकेश डोगरा, पालमपुर। सुलह में चल रहे एक निजी स्वार्थ से प्रेरित और अपनी लोकप्रियता खो चुके नुमाइंदों द्वारा केंद्र से संजय सिंह चौहान ने सवाल किया है कि वे जनता को बताएं कि जब बच्छवाई और परमार नगर जैसे गांवों में बरसात की वज़ह से ध्वस्तता का तांडव हुआ तो उनकी केंद्र सरकार की ओर से क्या मदद की गई ।क्यों उन्होंने अपने ही विधानसभा क्षेत्र के लिए लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया और सुध बुद्ध न ली। क्यों उन्होंने विधायक निधि से जनता के आंसू नहीं पोंछे और यदि उनके वश में नहीं था तो अपना पद क्यों नहीं त्याग दिया। संजय सिंह चौहान ने बताया कि भाजपा के नेता यह बताएं कि जब प्रदेश में आपदा आई तो भाजपा समर्थित कितने एमएलए तथा सांसद केंद्र सरकार तथा प्रधानमंत्री के पास गए। उनके द्वारा प्रदेश को क्यों नहीं आपदा राशि उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश को आपदा प्रभावित राज्य घोषित किया।
उन्होंने आगे कहा जिस प्रकार वे जनता में ढ़ोल बजा-बजा कर खोई लोकप्रियता वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। उस समय जनता के पास क्यों नहीं गए जब जनता हाथ फैलाए मदद की गुहार लगा रही थी। संजय सिंह चौहान ने कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी संचित पूंजी आपदा में दे दी।
संजय सिंह चौहान ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार ढिंढोरा पीट-पीट कर जो भाजपा के विधायक केंद्र की नीतियों का प्रचार कर रहे हैं । गौरतलब है कि आम जनता में इस कार्यक्रम का बहुत ही ज़्यादा नकारात्मक सन्देश जा रहा है और उनके प्रति ईर्षा भाव भी बढ़ रहा है।