8 मार्च। केंद्रीय विश्वविद्यालय में समस्याओं व मांगों तथा प्रशासन की ओर से छात्रों पर मामले बनाने के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कचहरी में शव यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल भी जारी रखी है। इस मौके पर अभाविप के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा कहा प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के गैर जिम्मेदाराना अधिकारियों द्वारा अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर झूठे केस बनाकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने की कड़ी निंदा करती है। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए इससे शर्मनाक विषय और कुछ नहीं हो सकता कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की घोषणा के 11 वर्षों बाद भी वहां के छात्र अभी तक अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए ही तरस रहे हैं।
उन्होंने जारी बयान में कहा प्रदेश की चाहे पूर्व की सरकार रही हो या वर्तमान सरकार की बात करें तो दोनों राजनीतिक दलों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम पर तो जमकर राजनीतिक रोटियां सेंकने का कार्य किया। लेकिन इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी मात्र बड़े बड़े भाषणों के बजाय अभी तक केंद्रीय विश्वविद्यालय को अपना स्थायी परिसर तक नहीं मिल पाया है।
स्थानीय नेता चाहे वह भाजपा के हों या कांग्रेस के केंद्रीय विवि पर सिर्फ और सिर्फ राजनीति करते रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी छात्रों को डराने व धमकाने का काम कर रहे हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासन, प्रदेश सरकार, केंद्रीय मंत्री, स्थानीय सांसद व विधायक को चेतावनी दी है। विद्यार्थी परिषद केंद्रीय विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को न्याय दिलवाने, शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने व मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाया जाए व समस्याओं का समाधान हो और छात्रों के खिलाफ झूठे मामले न बनाए जाएं अन्यथा आंदोलन को निर्णायक मोड़ तक ले जाएंगे।