आवाज ए हिमाचल
29 मई। केंद्रीय निर्वासित तिब्बत सरकार युवाओं के लिए विशेष योजनाएं बनाएगी। मुख्यधारा से तिब्बती युवा पीढ़ी भी जुड़े इसे लेकर भी काम होगा। नवनिर्वाचित केंद्रीय तिब्बत सरकार के अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने तिब्बती समुदाय के कल्याण के साथ-साथ युवाओं को भी आगे लाने का मुख्य प्रयास रहेगा। कई तिब्बती युवा जिनका जन्म ही विदेशों में हुआ है और उनके पास वहां की नागरिकता भी है, ऐसे में वह अपने धर्म व संस्कृति को भी पहचानें, इसे लेकर भी नई सरकार द्वारा कदम उठाएगी। हालांकि अभी तक केंद्रीय निर्वासित सरकार द्वारा मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया है, लेकिन ऐसे में युवाओं के लिए विशेष कार्य शुरू करने को लेकर अलग से एक विभाग भी बनाया जा सकता है।
सीटीए के अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री द्वारा विश्वभर में रह रहे युवाओं से मिलने को लेकर योजना भी तैयार की जा रही है, ताकि उनसे मिलकर तिब्बत की आजादी सहित दलाईलामा के प्रयासों को लेकर भी वह अवगत हों। चीन तिब्बत समस्या का हल नई सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है वहीं अब सरकार का ध्यान तिब्बत समुदाय सहित युवा पीढ़ी को आने वाली समस्याओं को हल करवाने को लेकर भी होगा। इसकी रूपरेखा भी तैयार की जा रही है।सीटीए अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री की शपथ के बाद 30 मई को संसद के सदस्यों का शपथ समारोह आयोजित होगा।
इस शपथ समारोह में कितने संसद सदस्य शामिल होंगे यह अभी तक तय नहीं है। लेकिन 30 मई को प्रोटोम स्पीकर के चुनाव के बाद स्पीकर का नाम भी तय होगा और उन्हें संसद के अध्यक्ष के रूप में शपथ भी दिलाई जाएगी।तिब्बत की आजादी के अतिरिक्त तिब्बती युवाओं में जागरूकता लाने के लिए शीघ्र ही एक अभियान भी छेड़ा जाएगा। विश्वभर मे रह रहे तिब्बती युवाओं से मिलकर उनकी समस्याओं का भी जाना जाएगा और तिब्बती समुदाय के कल्याण के लिए कदम भी उठाए जाएंगे। शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, जिसमें जिम्मेदारियां भी सौंपी जाएंगी। युवा पीढ़ी हमारे संघर्ष को आगे ले जाने में सक्षम है, इसी बात को ध्यान में रखते युवाओं तक भी ज्यादा से ज्यादा सरकार की पहुंच होगी।