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अमन राणा, कोटला। मानसून सीजन के दौरान कांगड़ा ज़िला में बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुए नुकसान का मौके पर जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम के चार सदस्यीय दल ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार के नेतृत्व में आज वीरवार को कांगड़ा जिला के ज्वाली, फतेहपुर तथा इंदौरा उपमंडल में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। दल के अन्य सदस्यों में वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के उप निदेशक महेश कुमार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपायुक्त डॉ. सुधीर सिंह भदौरिया, अंतरिक्ष विभाग के राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) के वैज्ञानिक अभिनव शुक्ला शामिल रहे। इस दौरान प्रदेश सरकार में विशेष सचिव एवं निदेशक राजस्व तथा आपदा प्रबंधन दुनी चंद राणा तथा उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल भी साथ रहे। सबसे पहले केंद्रीय दल ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत न्यांगल तथा अनुही गांव में भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त मकानों का मौके पर जाकर निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावित परिवारों से घटनाक्रम बारे जानकारी ली। टीम ने अनुही खास में सिद्धाथा नहर बैराज तथा क्षतिग्रस्त अन्य पेयजल योजनाओं का भी निरीक्षण किया।
इसके पश्चात, केंद्रीय टीम ने इंदौरा तथा फतेहपुर उपमंडल में पौंग बांध से एकाएक अत्यधिक पानी छोड़ने की वजह से इन क्षेत्रों में आई बाढ़ से प्रभावित जगहों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया तथा प्रभावित परिवारों से बातचीत कर घटित घटनाक्रम तथा बाढ़ से उत्पन्न चुनौतियों बारे जानकारी ली। प्रभावित लोगों ने नुकसान का विस्तार से वर्णन किया और भविष्य में ऐसी स्थिति व चुनौती से निपटने के लिए अपने सुझाव भी दिए। केंद्रीय दल ने इंदौरा उपमंडल के तहत टांडा पत्तन, मंड म्यानी तथा मंड सनौर में बाढ़ से प्रभावित सिंचाई परियोजनाओं तथा किसानों की तबाह फसलों के नुकसान का जायजा किया। इसके पश्चात केंद्रीय दल ने फतेहपुर उपमंडल के तहत मंड बहादपुर, अनाज मंडी पुल का भी दौरा किया।
केंद्रीय दल ने पंजाब-हिमाचल को जोड़ने वाले चक्की पुल तथा इंदौरा उपमंडल के ढांगू माजरा में क्षतिग्रस्त सड़क का भी निरीक्षण किया। इससे पहले, सुबह केंद्रीय टीम ने गगल हवाई अड्डा पर ज़िला प्रशासन के साथ बैठक की। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कांगड़ा जिला में बरसात के दौरान हुए नुकसान बारे टीम के समक्ष विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उपायुक्त ने बताया कि मॉनसून सीजन के दौरान जिला कांगड़ा में करीब 800 करोड़ रुपए की सरकारी तथा निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है। केंद्रीय टीम ने सभी विभागाध्यक्षों से विभागवार हुए नुकसान का विस्तृत ब्यौरा भी लिया।
इस मौके पर एसडीएम कांगड़ा सोमिल गौतम,एसडीएम ज्वाली बचित्र सिंह ठाकुर,एसडीएम इंदौरा डॉ. सुरिंद्र ठाकुर, एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती, टांडा मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त निदेशक डॉ,(मेजर)अवनीन्द्र कुमार, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता विकास बक्शी,लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता महेंद्र धीमान, बागवानी विभाग के उपनिदेशक कमलशील नेगी, कृषि विभाग के उपनिदेशक राहुल कटोच सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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