- विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से बचाएगा ‘संवाद’
- पौषाहार, मानसिक हेल्थ, व्यवहार में सुधार पर भी बच्चों से होगी चर्चा
आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। कांगड़ा जिला के शैक्षणिक संस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए बुधवार को मिनी सचिवालय के सभागार में मुख्यातिथि कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कांगड़ा जिला प्रशासन द्वारा नशा निवारण अभियान के तहत प्रारंभिक तौर पर 152 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में संवाद कार्यक्रम आरंभ किया जाएगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सरकार के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है तथा इस तरह के अभियान स्कूलों से आरंभ करने चाहिए क्योंकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिलेगा तो वे बेहतर भविष्य की ओर से बढ़ सकते हैं तथा समाज निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का भी दायित्व है कि युवा पीढ़ी संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान करें। संवाद अभियान आरंभ करने के लिए कृषि मंत्री ने जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना भी की।
संवाद के सुचारू कार्यान्वयन के लिए टीमें गठित
उपायुक्त ने कहा कि संवाद कार्यक्रम के तहत एसडीएम, डीएसपी, एसएचओ, खंड चिकित्सा अधिकारी, कल्याण विभाग तथा आबकारी कराधान विभाग के अधिकारियों की अलग अलग टीमें गठित की गई हैं जो निर्धारित शेड्यूल के तहत बच्चों को स्कूलों नशे के दुष्प्रभावों, पौषाहार, मेंटल हेल्थ, व्यवहार में सुधार इत्यादि को लेकर जागरूक करेंगे ताकि विद्यार्थी अच्छे नागरिक बनकर समाज निर्माण में अमूल्य योगदान दे सकें। संवाद कार्यक्रम के तहत गठित टीमों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि बच्चों के साथ बेहतर तरीके से विभिन्न विषयों पर संवाद स्थापित किया जा सके।
अभियान की सफलता के लिए चार समूह किए हैं गठित
उपायुक्त ने बताया कि संवाद अभियान को सफल बनाने के लिए प्रत्येक उपमंडल में चार-चार समूह गठित किए गए हैं जिसमें जी-एक में उपमंडलाधिकारी तथा तहसील वेल्फेयर आफिसर, जी-दो में उपमंडल पुलिस अधिकारी तथा आबकारी कराधान अधिकारी, जी-तीन में खंड चिकित्सा अधिकारी एलोपेथिक तथा आयुष, जी-चार में खंड विकास अधिकारी तथा बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी शामिल किए गए हैं। यह समूह संबंधित उपमंडलों के विद्यालयों में युवा वर्ग तथा विद्यार्थियों को मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करेंगे तथा जागरूकता संबंधी अन्य कार्यक्रम भी आयोजित करवाएंगे ताकि युवा वर्ग को प्रारंभिक तौर पर ही नशे की लत से बचाया जा सके।
माह के तीसरे तथा चौथे शनिवार को स्कूलों में आयोजित होंगे कार्यक्रम
उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान नहीं पड़े इस के लिए माह में तीसरे तथा चौथे शनिवार को संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे प्रारंभिक तौर पर जिला 152 स्कूलों के लिए संवाद कार्यक्रम का शेड्यूल तैयार किया गया है इसमें करीब 67587 विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा जिन्हें नशा निवारण से लेकर मानसिक हेल्थ, पौषाहार तथा व्यक्तित्व निर्माण के टिप्स दिए जाएंगे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर विधायक केवल सिंह पठानिया, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, उपमंडलाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।