आवाज़ ए हिमाचल
29 सितंबर । जिला अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में देवा-देवताओं को बुलाने पर सहमति दे दी गई है, लेकिन देवताओं को दिए जाने वाले नजराने पर प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की ओर से 300 देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाएगा। इस बार देव समागम के अलावा कोई अन्य गतिविधि नहीं होगी।
ऐसे में देवी और देवताओं को इस बार नजराना भी नहीं मिलेगा। इस बार भगवान रघुनाथ की नगरी ढालपुर में सिर्फ देवी-देवता ही नजर आएंगे । देवताओं को नजराना देने के लिए प्रशासन को 60 से 70 लाख की जरूरत पड़ती है।
कोरोना काल में प्रशासन ने नजराना दिए जाने को लेकर हाथ खड़े कर लिए हैं। दशहरा के लिए मात्र 2 सप्ताह का समय शेष रह गया है। अब दशहरा उत्सव समिति देवी-देवताओं को निमंत्रण देने पर फोकस कर रही है।