आवाज़ ए हिमाचल
19 नवंबर, पालमपुर: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी ) ज़िला कमेटी कांगडा ने केन्द्र सरकार द्वारा किसान विरोधी तीन कृषि बिलों को वापिस लेने की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे देश के किसान व मजदूरों के सयुँक्त संघर्ष की क्रांतिकारी जीत बताया हैं I माकपा के ज़िला सचिव अशोक कटोच ने कहा कि किसान आंदोलन ने केन्द्र की मोदी सरकार के अहंकार को चूर चूर किया है और केन्द्र सरकार की मजदूर, किसान एवं आम जन विरोधी नीतियों से त्रस्त जनता को रास्ता दिखाय़ा है कि कैसे सत्ता के मद् में चूर सरकार को जन विरोधी नीतियां वापिस लेने के लिए मजबूर किया जा सकता है ।
आज़ादी के बाद मौजूदा किसान आंदोलन अपने आप में ऐतिहासिक आंदोलन है जिस से सत्ता मे बैठे सत्ताधारियों के लाठी, गोली, गाली गलोच की उकसावे की सारी कार्यवाहियों के बावजूद आंदोलन के शांतिपूर्ण स्वरूप को बनाये रखा । अशोक कटोच ने कहा कि अभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मुल्य की कानूनी गारंटी देने व बिजली संशोंधन बिल की वापसी तथा निरस्त किए गए श्रम कानूनो की बहाली के साथ साथ मजदूर विरोध व पूंजीपति समर्थक 4 श्रम संहिताओं की वापसी तक देश के मजदूर किसान का आंदोलन जारी रहेगा । मार्क्सवादी पार्टी ने किसानों की ऐतिहासिक जीत पर उन्हे बधाई दी है ।