मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक, मृतकों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये देगी सरकार
आवाज़ ए हिमाचल
भोपाल, 14 मई। मध्य प्रदेश के गुना जिले में शुक्रवार देर रात पुलिस और शिकारियों में मुठभेड़ हो गई। इसमें 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर आपात बैठक में तीनों पुलिसकर्मियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। गुना के आरोन इलाके के जंगल में शनिवार तड़के पुलिसकर्मी काले हिरण के शिकार के मामले में सर्चिंग करने गए थे। यहां शिकारियों ने छिपकर उन पर फायरिंग की।
गुना पुलिस का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से शिकारियों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीमें लगाई गई थीं। इसके बाद शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए गए हैं। मुठभेड़ में जिन पुलिसकर्मियों की जान गई है, उनमें एसआई राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव, आरक्षक संतराम शामिल हैं। तीनों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाए गए हैं। यह घटना तड़के 4:00 बजे की बताई जा रही है।
नरोत्तम बोले- ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी
गुना की घटना पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना बहुत दुखद है। लगातार बदमाशाों की घेराबंदी की जा रही है। हम जल्द उन्हें पकड़ लेंगे। इन बदमाशों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। 5 हिरणों के सिर मिले हैं, 2 हिरणों की बॉडी मिली है, मोर का भी शव मिला है। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी।
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस शामिल हुए। डीजीपी बैठक में वर्चुअली शामिल हुए। उनके अलावा एडीजी इंटेलिजेंस, प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। गुना प्रशासन के बड़े अधिकारी भी वर्चुअली बैठक में शामिल हुए।