आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा, परवाणू। विधानसभा चुनावों से ऐन पहले कसौली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को भंग करने का फैसला आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी पर भारी पड़ सकता है। चुनावों से महज दो तीन महीने पहले लिए गए इस निर्णय ने कसौली कांग्रेस में व्याप्त गुटबाज़ी को और हवा दे दी है।
इस निर्णय से नाराज नेता व कार्यकर्त्ता भले ही अभी खुलकर सामने नहीं आ रहे हों, लेकिन कसौली कांग्रेस में अंदर हीं अंदर रोष बढ़ता हीं जा रहा है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को एकजुट करना शीर्ष नेतृत्व के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
गौरतलब है की प्रदेश कांग्रेस द्वारा जो सात ब्लॉक कमेटियां भंग की गई हैं, उनमें से कसौली ब्लॉक कांग्रेस कमिटी भी एकहै। जानकारी के अनुसार कसौली कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को इसकी वजह बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कसौली कांग्रेस के एक धड़े द्वारा बिना टिकट घोषणा हुए किसी एक नेता के लिए प्रचार-प्रसार भी इसकी एक बड़ी वजह मानी जा रही है, जिसको लेकर कांग्रेस के एक कुनबे नें उच्च नेताओं के पास शिकायत की थी।
हालांकि, यदि इस आधार पर कसौली ब्लॉक कार्यकारिणी भंग की गई है तो यह शायद पहला मौका होगा जब पार्टी का प्रचार-प्रसार करने पर कार्यकारिणी भंग की गई होगी। दूसरा, दोनों धड़े अपने-अपने समर्थक दावेदार का अपने स्तर पर प्रचार करने में लगे है, ऐसे में ब्लॉक कांग्रेस को भंग करने से गुटबाज़ी कम होने के बजाय और बढ़ने की सम्भावना बन गई है।
बता दें की लंबे समय से कसौली ब्लॉक कांग्रेस में गुटबाजी के आरोप लग रहे थे जिसकी सूचना केंद्रीय नेतृत्व व हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला को प्रदेश के कांग्रेस पदाधिकारी व कसौली कांग्रेस ग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई। हालांकि कांग्रेस का एक धड़ा अंदरखाते इस निर्णय से हताश है और इसे एक तरफ़ा कार्रवाई मान रहा है। पार्टी के इस निर्णय का आगामी दिनों में क्या प्रभाव पड़ेगा यह तो भविष्य में पता लगेगा।
बहरहाल, इस निर्णय के बाद कसौली कांग्रेस की राजनीति इस मुहाने पर पहुँच गई है की यहाँ से पार्टी टिकट जिसे भी दे, दूसरा गुट उसकी अंदरखाते जमकर मुख़ाल्फत करेगा जो पार्टी के लिए ठीक नहीं है।
उधर, इस बारे जिला सोलन कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार का कहना है की कसौली ब्लॉक की कार्यकारिणी को लेकर पार्टी नेतृत्व ने जो निर्णय लिया है वो पार्टी के हित में जाएगा। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पूछे जाने उन्होंने कहा की कार्यकारिणी भंग हुई है लेकिन कार्यकर्ता अभी भी वही हैं और जिसे टिकट मिलेगा उसके साथ सभी कांग्रेस कार्यकर्ता खड़े रहेंगे व आगामी चुनावों में जीत दर्ज करवाएंगे।
शिव कुमार नें इशारों में कहा की कुछ महत्त्वकांक्षी लोग पार्टी में हैं जो इस प्रकार के माहौल को खड़ा कर रहे हैं, उनके लिए भी यह एक सबक है।