कारीगरों और शिल्पकारों के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ लांच

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बिना गारंटी मिलेगा 3 लाख का लोन

 

 

आवाज ए हिमाचल 

शिमला। विश्वकर्मा जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने जन्मदिन पर पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए दिल्ली के द्वारिका से ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत की। इस दौरान शिमला के रिज मैदान पर रक्तदान शिविर और गेटी थिएटर में नेहरू युवा केंद्र द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में केंद्रीय खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री अनुराग ठाकुर ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद सुरेश कश्यप, चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा, विधायक जनकराज, राज्य सभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्त्ता भी मौजूद रहे। केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के बारे में इस साल स्वतंत्रता दिवस पर भी पीएम मोदी द्वारा ऐलान किया गया था। इस योजना में सरकार द्वारा 13000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कर्यक्रम में मुख्यतिथि अनुराग ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि पीएम विश्वकर्मा’ योजना के तहत इस योजना के लाभार्थी को एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाएगी। विश्वकर्मा योजना में कारीगरों को आर्थिक सहायता देना इस योजना का उद्देश्य है। इससे कारीगरों के पारंपतिक कौशल के अभ्यास को बढ़ावा मिलेगा। यह कारीगरों तक प्रोडक्ट्स और सर्विस को सही से पहुंचाने में मदद करेगी। इस योजना के लाभार्थी को 15,000 रुपए का टूलकिट मिलिगा। इसके अलावा लाभार्थि को स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपए प्रति दिन के स्टाइपेंड भी मिलेगा।

इस योजना में परिवार का केवल एक सदस्य ही आवेदन दे सकता है। कारीगरों को आत्मनिर्भर करने के लिए सरकार 3 लाख रुपए तक का लोन भी देगा। यह लोन दो किस्त में दी जाएगी। इस योजना के जो भी लाभार्थी होंगे उन्हें सरकार द्वारा सर्टिफिकेट और आईडी भी मिलेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना के कई फायदे मिलेंगे। इसमें पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग से जुड़े स्किल अपग्रेडेशन, 15,000 रुपए का टूलकिट प्रोत्साहन, पांच प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर एक लाख रुपए (पहली किस्त) और दो लाख रुपये (दूसरी किस्त) तक कोलेटरल फ्री क्रेडिट सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए इन्सेंटिंव और मार्केटिंग सपोर्ट के माध्यम से मान्यता दी जाएगी। योजना में स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइपेंड मिलेंगे।

 

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