आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इस पर अब पार्टी हाईकमान फैसला लेगा। शुक्रवार को दिनभर चले ड्रामे के बाद भी देर रात हुई बैठक में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सहमति नहीं बन पाई, ऐसे में मुख्यमंत्री के चयन का निर्णय हाईकमान पर छोड़ दिया गया। इस संबंध में सिंगल लाइन प्रस्ताव भी पारित किया गया। देर रात 10 बजे कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि विधायक दल ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री पद पर अंतिम निर्णय हाईकमान लेगा, ऐसे में अब पूरी रिपोर्ट हाईकमान को सौंप दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायकों ने किसी नाम की पैरवी नहीं की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और सभी विधायक एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट करने कुछ नेता गए थे। उन्हें अवगत करवाया कि प्रदेश में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया जाएगा।
हॉर्स ट्रेडिंग का कोई खतरा नहीं
राजीव शुक्ला ने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग का कोई खतरा नहीं है। इससे पहले दोपहर 3 बजे बुलाई गई बैठक रात 8 बजे के बाद शुरू हुई, जो करीब 2 घंटे तक चली। बैठक में कांग्रेस के लगभग सभी विधायक मौजूद रहे। इसके साथ ही मुख्य चुनाव पर्यवेक्षक एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद रहीं। विधायकों के कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचते ही उनके समर्थकों ने उन्हें कंधों पर उठा लिया और कार्यालयों के अंदर तक ले गए। रात 10 बजे तक कांग्रेस मुख्यालय में माहौल गर्माया रहा।
पर्यवेक्षकों ने एक-एक कर जानी सभी विधायकों की राय
केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने पहले राजीव भवन में सभी विधायकों के साथ बैठक की। इसके बाद सभी विधायकों से अलग-अलग मुलाकात कर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर उनकी राय ली गई। ऐसे में संबंधित रिपोर्ट हाईकमान को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर हाईकमान मुख्यमंत्री के नाम पर मोहर लगाएगा।
विधायकों में से ही चुना जाए मुख्यमंत्री
सूत्रों के अनुसार कुछ विधायकों ने यह भी पक्ष रखा कि चुने गए विधायकों में से ही मुख्यमंत्री चुना जाए। इसके साथ ही होलीलॉज समर्थकों ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नाम की पैरवी की।