18 विधायकों के साथ सुक्खू दिन भर रहे गायब, देर शाम को पहुंचे पार्टी कार्यालय
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता तो हासिल कर ली है, लेकिन अब उसके सामने सीएम का नाम फाइनल करना एक बड़ी चुनौती बन गई है। सीएम चेहरा तय करना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। कांग्रेस में गुटबाजी की भी सामने आने लगी है। आज बुलाई विधायक दल की बैठक में यही कुछ ड्राम देखने को मिला। एक तरफ जहां प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने दिन भर पार्टी कार्यालय के बाहर डेरा डाले रखा और जमकर नारेबाजी करते हुए प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग की। वहीं दूसरी तरह सुखविंदर सिंह सुक्खू भी अपने समर्थक विधायकों के साथ दिन भर गायब दिखे। वह अपने विधायकों के साथ अलग की बैठक करते रहे। हालांकि देर रात को पार्टी कार्यालय पहुंचने पर उन्होंने यह जरूर बयान दिया कि वह सीएम पद की रेस में नही हैं। लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि अंदर और बाहर के बयान हमेशा अलग अलग ही होते हैं।
हिमाचल में कांग्रेस को 40 सीटें तो मिल गईं, लेकिन सीएम की कुर्सी के लिए जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक जो 6 बजे शुरू होनी थी, वह आठ बजे तक भी शुरू नहीं हो पाई थी। शिमला में कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के बाहर प्रतिभा और सुक्खू समर्थकों में जबरदस्त नारेबाजी होती रही।
इस बीच इन समर्थकों में धक्का मुक्की भी हुई है। शाम साढ़े सात बजे तक भी सभी विधायक बैठक में नही पहुंचे हुए थे। हालांकि कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, ऑब्जर्वर भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा भी शिमला पार्टी ऑफिस पहुंच गए हैं। वहीं पार्टी कार्यालय के बाहर प्रतिभा सिंह समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय को पूरी तरह घेर लिया है और जमकर नारेबाजी की जा रही है। यह कार्यकर्ता प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान सीएम पद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने शुक्रवार दोपहर केंद्रीय नेताओं के वाहन तक रोक दिए थे। चौड़ा मैदान में चुनाव पर्यवेक्षकों की गाड़ियों के आगे खड़े होकर समर्थकों ने प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने के लिए नारेबाजी की। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन और हॉलीलॉज में भी सैकड़ों समर्थकों ने नारेबाजी कर प्रतिभा को सीएम बनाने की मांग की। शुक्रवार दोपहर बाद चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला चौड़ा मैदान स्थित होटल से निकलकर राजभवन जाने लगे तो प्रतिभा के समर्थक उनकी गाड़ियों के आगे खड़े हो गए।