आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,शिमला
20 नवंबर।कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश पर बढ़ते कर्ज पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश की वित्तीय स्थिति सुधारने में पूरी तरह असफल सावित हो रहें है।उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार अपनी ऐश परस्ती पर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रही है।
राठौर ने आज यहां कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार की वित्तीय स्थिति बदत्तर होती जा रही है तो दूसरी तरफ सरकार अपने मंत्रियों की सुख सुविधा के लिए मंहगी कारे तक खरीद रही है।
उन्होंने कहा है कि प्रदेश में विकास के नाम पर सरकार जो कर्जे लिये जा रही है वास्तव में यह सब वह अपनी सुख सुविधा पर खर्च कर रही है।राठौर ने कहा है कि डबल इंजन के साथ प्रदेश के विकास का दावा करने वाली जयराम सरकार की पूरी पोल खुल गई है।उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार केंद्र से कोई भी विशेष मदद नही मिली है।
उन्होंने कहा है कि किसी भी केंद्रीय योजना का कोई भी लाभ प्रदेश के लोगों को नही मिल रहा है।राठौर ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के उस बयान पर जिसमें उन्होंने केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण में देरी को लेकर मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लिया है,पर कहा है कि भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान व गुटबंदी के चलते इसका निर्माण आज दिन तक अधर में लटका है।
उन्होंने कहा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच कोई उचित तालमेल न होना इसका मुख्य कारण है।उन्होंने कहा है कि यही बजह है कि वित्त मंत्रालय में मंत्री होने के बाबजूद प्रदेश को कोई भी विशेष आर्थिक मदद केंद्र से आज दिन तक नही मिली है।
राठौर ने कहा है कि भाजपा के सासंद प्रदेश को केंद्रीय सहायता के बड़े बड़े दावे करते है।उन्होंने इन नेताओं से पूछा है कि वह बताए कि अब तक प्रदेश को केंद्र से कितनी आर्थिक मदद मिली है और उसे कहा खर्च किया गया है।उन्होंने कहा है कि अगर केंद्रीय मदद मिल रही है तो हर तीसरे महीनें कर्ज क्यों लिया जा रहा है।
राठौर ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ गए है।उन्होंने कहा है कि पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार ने जो कार्य शुरू किए थे,उन्हें अधर में लटका दिया गया है।नए विकास कार्यों के नाम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।सरकार उन्ही कार्यो के फीते काट रही है जो पूर्व कांग्रेस सरकार के समय पूरे हो चुके थे।
राठौर ने सरकार से मांग की है कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करें।उन्होंने कहा है कि सरकार को इस विकट स्थिति में जबकि प्रदेश के लोग बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है उन्हें इसमें कोई राहत देते हुए इससे निपटने के लिए ठोस उपाय करें।उन्होंने कहा है कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए प्रदेश का पक्ष प्रभावी ढंग से प्रधानमंत्री के समक्ष रखा जाना चाहिए।