आवाज ए हिमाचल
19 जनवरी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का मास्टर प्लान अप्रूव कर लिया गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से इसका ऑब्सटेकल लिमिटेशंस सरफेसिज (ओएलएस) सर्वे करवाया जा रहा है। इसी तरह कुल्लू और शिमला हवाई पट्टियों के विस्तार के ओएलएस सर्वे की रिपोर्ट एक सप्ताह में आ जाएगी। इसके तुरंत बाद तीनों हवाई अड्डों के विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा। सीएम ने कहा कि हेलिपोर्ट के निर्माण के लिए डेडलाइन जारी कर दी गई है। उन्होंने अधिकारियों को जिला मंडी के कंगनीधार, जिला कुल्लू के सासे, जिला सोलन के बद्दी तथा जिला शिमला के रामपुर व शिमला में हेलिपोर्ट निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को इनका शीघ्र लाभ मिल सके और पर्यटकों को भी बेहतर सुविधा दी जा सके। मुख्यमंत्री यहां आरसीएस उड़ान-2 के तहत हेलिपोर्ट के निर्माण से संबंधित आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कंगनीधार, बद्दी और रामपुर हेलिपोर्ट के निर्माण का कार्य निष्पादन एजेंसी को सौंप दिया है, जबकि शिमला और सासे हेलिपोर्ट का कार्य शीघ्र पूरा होने वाला है। उन्होंने निष्पादन एजेंसियों को इन सभी हेलिपोर्ट का निर्माण निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए, क्योंकि इससे न केवल पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की आवश्यकतानुसार प्रस्तावित हेलिपोर्ट को अपेक्षित सुरक्षा प्रदान करेगी।
बद्दी हेलिपोर्ट के लिए अतिरिक्त फैटो व एप्रॉन तथा बड़े यात्री टर्मिनल भवन के लिए अतिरिक्त भूमि का चयन कर लिया गया है। राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित होने के कारण यह हेलिपोर्ट इस क्षेत्र में आने वाले उद्यमियों को सुविधा प्रदान करेगा। यह हेलिपोर्ट बहुत महत्त्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ के नजदीक है। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार कंगनीधार में तीन नए फैटो बनाना चाहती है जबकि दो फैटो का निर्माण पहले ही किया जा चुका है। फैटो का प्रयोग हेलिकॉप्टर की पार्किंग तथा अतिविशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के दौरान उनके प्रोटोकोल के अनुसार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिमला हेलिपोर्ट का कार्य पूर्ण होने वाला है और यहां ट्राई लैंडिंग कर ली गई है। राज्य सरकार ने उड़ान-2 के तहत सासे हेलिपोर्ट का मामला केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के समक्ष उठाया है। आधारभूत सुविधाएं, जैसे यात्री टर्मिनल भवन इत्यादि प्रदान करने का मामला सासे और डीआरडीओ अधिकारियों से उठाया गया है। उन्होंने कहा कि शिमला, कांगड़ा और कुल्लू स्थित हवाई अड्डों का विस्तार किया जा रहा है, ताकि यहां बड़े हवाई जहाजों को उतरने की सुविधा मिल सके। जयराम ठाकुर ने प्रदेश में इन सभी हेलिपोर्ट के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए पवन हंस लिमिटेड से अपनी एक तकनीकी टीम शिमला भेजने का आग्रह किया।