कांगड़ा वैली कार्निवल : ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ रहे अंतिम सांस्कृतिक संध्या के चीफ गेस्ट

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

धर्मशाला। इंडियन ओशन बैंड की अप्रतिम परफाॅर्मन्स के साथ आज कांगड़ा वैली कार्निवल की संध्याओं का अविस्मरणीय समापन हुआ। कांगड़ा वैली कार्निवल की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ गरली परागपुर अनाथ आश्रम की 24 बच्चियों ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उपायुक्त कांगड़ा डाॅ. निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवल के समापन पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्यातिथि आना था लेकिन आज शिमला में आयोजित कैबिनेट बैठक के देर से समाप्त होने के चलते वे नहीं आ पाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसी स्थिति में प्रशासन को निर्देश दिए कि सीएम ऑफ स्टेट नहीं आ सकते तो ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ को कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बुलाया जाए।


बता दें, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार बनने के बाद सबसे पहले शिमला के टुटीकंडी में स्थित बालिका आश्रम में जाकर निराश्रित बच्चों से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने एक सौ करोड़ के ‘सुखाश्रय कोष’ का निर्माण करके राज्य के बच्चों को अपनाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के निराश्रित बच्चे जिनका कोई नहीं है, सरकार उनकी अभिभावक है। उन्होंने निराश्रित बच्चों को ‘चिल्ड्रन आॅफ स्टेट’ घोषित कर उनकी पढ़ाई, भ्रमण, जेबखर्च, कपड़ों से लेकर घर बनाने तक की व्यवस्था इसके तहत की।

उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर गरली स्थित बालिका आश्रम की कन्याओं को बतौर मुख्यातिथि बुलाया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन बच्चियों से कार्निवल का समापन करवाकर इन्हें सम्मान दिया है। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा इन बच्चियों को गिफ्ट हैम्पर भी दिए गए। कार्यक्रम के समापन में बतौर चीफ गेस्ट आईं बालिका आश्रम की बच्चियां बेहद खुश दिखीं और अभिभावक के तौर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें जो सम्मान दिया, उसके लिए उन्होंने भावपूर्ण कृतज्ञता ज्ञापित की।
इस अवसर पर कईं हिन्दी फिल्मों में अपनी आवाज़ दे चुकी हमीरपुर की शिल्पा सरोच ने अपने पहले ओरिजनल साॅंग को बालिका आश्रम की बच्चियों के हाथों से लांच करवाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *