आवाज के हिमाचल
31 दिसंबर: कांगड़ा लोक साहित्य परिषद ने आनलाइन बैठक कर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की धर्मपत्नी श्रीमती संतोष शैलजा के कोविड-19के जानलेवा वायरस के कारण हुए अकाल देहावसान पर शोक धर्म-कर्म करते भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
परिषद के निदेशक डा गौतम शर्मा व्यथित ने कहा कि वह एक विनम्र महिला,समाज सेविका ,कुशल गृहिणी ,सशक्त कथाकार,कवि हृदय, राजनैतिक संवेदनशीलता सम्पन्न आदर्श महिला थीं ।उनके व्यक्तित्व की ये सारी विशेषताएं उनके प्रकशित साहित्य में उजागर हुए हैं । मैंने उनके कहानी साहित्य पर एक शोध छात्रा से एम,फिल भी करवाया है। बहुपक्षीय व्यक्तित्व रहा है इनके लेखन और व्यवहारिक जीवन का । परिषद उपनिदेशक कमल हमीरपुरी ने भी कहा कि संतोष शैलजा अपने नाम को हर प्रकार से सार्थक करने वाली महिला थीं ।
मैं जब भी शांता जी मिला हूं ,उनके दर्शन करने का अवसर मिला करता ,तब मालूम ही नहीं होता कि वह एक राष्ट्र स्तरीय राजनीतिज्ञ और साहित्यकार की पत्नी हैं ।इस अवसर पर पंडित वेद प्रकाश,कमल उपाध्याय ,पवनेन्द्र पवन,डा युगल डोगरा ,डा प्रत्यूष गुलेरी, त्रिलोक भटृट,रमेश मस्ताना ,प्रताप जरयाल , दुर्गेश नंदन ,डा मीनाक्षी दत्ता, श्रीमती स्वर्णलता , संतोष स्नेही ,हरिकृष्ण मुरारी,रमेश शर्मा , लोकेश नंदन आदि समस्त परिषद सदस्यों ने दिवंगत के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते उनके साहित्य जगत को दिए योगदान का स्मरण किया, दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रभु से प्रार्थना की ।