आवाज ए हिमाचल
ब्यूरो, लंज/शाहपुर। कांगड़ा जिला के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लंज खास का जवान रोहित कुमार पंचतत्व में विलीन हो गया। 1 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर गश्त के दौरान रोहित शहीद हो गया था। शहीद रोहित कुमार की पार्थिव देह चौथे दिन वीरवार को पैतृक गांव पहुंची। रोहित कुमार की पार्थिव देह गांव में पहुंचने पर परिजनों और लोगों की आंखें नम हो गईं। इस दौरान क्षेत्र रोहित अमर रहे व भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। शहीद रोहित कुमार का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।बहन ने अपने लाडले भाई की चित्ता को मुखाग्नि दी।
प्रशासन की तरफ से एडीसी कांगड़ा सौरभ जस्सल, डीएसपी कागड़ा अंकित शर्मा, तहसीलदार कांगड़ा मोहित रत्न, सरकार की तरफ से केवल सिंह पठानिया के भाई डॉ. सुनीत पठनिया, पूर्व सैनिक लीग ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल, कैप्टन वंदराल, सोशल मीडिया अध्यक्ष विनय ठाकुर, पूर्व कैप्टन अमर सिंह, सूबेदार अनील राणा, नायक सूबेदार ओम प्रकाश, पूर्व हवलदार नागेश व सूबेदार शेर सिंह के अलावा भाजपा नेता कमल शर्मा ने रोहित को श्रद्धांजलि दी।
लंज खास का रोहित कुमार (25) वर्ष 2018 में अटलरी बटालियन में भर्ती हुआ था। ड्यूटी के दौरान ग्लेशियर पर पैर फिसला और वह गहरी खाई में जा गिरा। रोहित के परिजनों को फोन के माध्यम से बेटे के शहीद होने की सूचना मिली थी। रोहित की अभी शादी नहीं हुई थी। घर में मां और बहन हैं। पति द्वारा तलाक दिए जाने के बाद उसकी माता रानी देवी ने बेटे रोहित कुमार व बेटी रीता देवी को मायके में रहते हुए लोगों के घरों में काम करके तथा मनरेगा में मजदूरी करके पाला था। रोहित जब भर्ती हुआ तो परिवार के अच्छे दिन आए लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। मां रानी देवी और बहन रीता देवी पर बड़ा कहर टूटा है। रोहित 2 महीने पहले 3 नवम्बर को छुट्टी काट कर गया था और अगली छुट्टी में मकान बनाने की बात कहकर गया था।