आवाज़ ए हिमाचल
11 मार्च। कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने हिमाचल प्रदेश के सीमांत एवं दूरस्थ क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों के निर्माण को गति प्रदान करने का केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय से अनुरोध किया है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश के 18711 में से गत फरवरी माह तक केवल 13,997 गांवों को संपर्क सड़कों से जोड़ा गया है, जबकि 4404 गांव संपर्क सड़कों से वंचित हैं, जिससे प्रदेश के 6,36,549 लोगों को यह सुविधा प्राप्त नहीं हो रही है।संसद के सत्र में प्रदेश के दूरस्थ एवं सीमांत क्षेत्रों संपर्क सड़कों के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि चीन से लगते लाहुल-स्पीति व किन्नौर के संबंध में तो केंद्र ने जानकारी प्रदान कर दी। लेकिन प्रदेश के सबसे अधिक महत्वाकांक्षी जिला चंबा के विषय में जानकारी नहीं दी गई। जबकि चंबा जिला की पाकिस्तान से हवाई दूरी बहुत कम है।
उन्होंने कहा चंबा क्षेत्र के डलहौज़ी सर्कल में 315 गांव के 82464 लोग संपर्क सड़कों की सुविधा से वंचित हैं। जिसके परिणामस्वरूप इन क्षेत्रों के युवा रोजगार की तलाश में इन क्षेत्रों से पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा इसी तरह कांगड़ा ज़िला के पालमपुर तथा नूरपुर सर्कल केअंतर्गत 307 गांवों के 18582 लोगों को भी अभी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत संपर्क सड़क की सुविधा प्राप्त नहीं हुई है।उन्होंने कहा इन गांवों के लिए केंद्र सरकार को जनसंख्या संबंधी व अन्य मानकों के संबंध में छूट देनी चाहिए। उन्होंने कहा इन छूटी हुई बस्तियों में से 3851 ऐसी बस्तियां हैं, जिनकी जनसंख्या 250 से कम है। सांसद किशन कपूर ने कहा वे शीघ्र ही केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री से भेंट कर उन्हें स्थिति से अवगत करवाएंगे, ताकि शीघ्र ही प्रदेश के इन छूटे हुए गांवों को संपर्क-सड़क से जोड़ा जा सके।