आवाज़ ए हिमाचल
24 फरवरी। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक का नॉन परफोर्मिंग ऐसेट (एनपीए) बढ़ाने वाले अफसर जल्द ही नप सकते हैं। सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने गलत तरीके से ऋण देकर बैंक का एनपीए बढ़ाने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नियमों के खिलाफ ऋण बांटने वाले अफसरों की रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटी से सूची भी तलब की है। उन्होंने अधिकारियों से 31 मार्च से पहले पूरी रिपोर्ट देने के लिए कहा है।कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक का वर्तमान में एनपीए 22 फीसदी तक पहुंच गया है। प्रदेश के सहकारी बैंकों में कांगड़ा बैंक का एनपीए सबसे अधिक है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ऋण देने में कई अनियमितताएं बरती गई हैं। करोड़ों रुपये के इन ऋणों की अब वसूली करना मुश्किल हो गया है। उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को राज्य सचिवालय में हुई सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री सुरेश भारद्वाज ने एनपीए बढ़ने के मामलों पर कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालयों में लंबित पड़े ऋण वसूली के मामलों में तेजी बरतने के आदेश दिए हैं।