आवाज ए हिमाचल
गौरव कौशिक, कांगड़ा
21 दिसंबर: जनसघ के समय के व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र- प्रहरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कांगड़ा की कमलेश सचदेवा व गोपीचंद अग्रवाल को लोकतंत्र- प्रहरी के सम्मान से नवाजा गया । इस अवसर पर जनसंघ पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं व भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर कुलदीप सचदेवा जिन का स्वर्गवास हो चुका है, यह सम्मान उनकी धर्मपत्नी को दिया गया।
गोपीचंद अग्रवाल व कुलदीप सचदेवा की धर्मपत्नी को शॉल और टोपी पहन कर यह सम्मान दिया गया। इस मौके पर जनसंघ के बड़े नेताओं ने अपने विचार रखे व आपातकालीन के समय को याद किया गया। इस मौके पर ओम प्रकाश गुप्ता, सतपाल सोनी, उत्तम चौधरी, सुभाष भसीन, नरेंद्र तरेहन, बरिंदर चौधरी, रमेश बराड़, विनोद अग्रवाल, रतन जगदंबा, नीतू दामीर, राम प्रशाद इत्यादि कई बड़े नेताओं ने भाग लिया व अपने विचार रखते हुए गोपीचंद द्वारा किए गए आपातकालीन के समय में जो जज्बा हिम्मत उन्होंने दिखाई उससे प्रेरणा लेने की बात कही ।
उन्होंने कहा कि जनसंघ द्वारा की गई कुर्बानियों की ही देन है जो आज भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उन्होंने अपने विचारों में बताया कि 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी द्वारा आपातकालीन की घोषणा की जिसके उपरांत गोपीचंद अग्रवाल व कुलदीप सचदेवा को रातों-रात घर से उठाकर उन्हें जेल में डाल कर नजरबंद किया ।
उन्होंने कहा कि वह भी एक समय था जब लोग जन संघ के लोगों से कतराते थे तथा उनसे हाथ मिलाने से भी डरते थे । इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी व हिमाचल प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया उन्होंने इस मौके पर उन लोगों को भी याद किया जिन्होंने आपातकालीन समय में अपनी कुर्बानी दी जो कि आज इस दुनिया में नहीं रहे उन्होंने कहा कि आज जो बीजेपी बनी है वह जनसंघ की ही देन है।