आवाज़ ए हिमाचल
04 सितम्बर । भारत में कोरोना वायरस की आने वाले तीसरी लहर का सामना करने के लिए सरकार हर तरह से तैयारी में जुटी है। कोरोना की तीसरी लहर जो कि बच्चों के लिए अधिक घातक बताई जा रही है। जिस से निपटने के लिए रूसी मूल की स्पूतनिक वी दवा को भारतीय कंपनी पनेशिया बायोटेक को उत्पादन की मंजूरी दे दी है।
कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला ने इस दवा के एक बैच को परीक्षण कर पास किया है। जिसमें लगभग दो लाख पंद्रह हजार वैक्सीन खुराक भारतीय बाजार में उपलब्ध होंगी। जिसे स्पूतनिक वी वैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। वैसे बद्दी स्थित कंपनी के प्लांट से उत्पादित दवा के सैंपल जांच के लिए रूस भी भेजे गए थे और वहां पर भी यह सैंपल जांच में सही पाए गए हैं।
इस संदर्भ में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के उपसहायक निदेशक सुशील साहू ने बताया कि इस प्रयोगशाला में काम करने वाले वैज्ञानिक सही मायनों में कोरोना वॉरियर हैं, जिन्होंने इस महामारी के समय न केवल खुद को सुरक्षित रखा अपितु प्रयोगशाला के संचालन में किसी भी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न नहीं होने दिया।