कश्मीर में ‘सॉफ्ट टारगेट’ की हत्याओं को रोकने के लिए हो रही नाइट पेट्रोलिंग

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आवाज़ ए हिमाचल 

श्रीनगर, 6 अप्रैल।  कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) विजय कुमार ने कहा कि पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ कश्मीर के दूरदराज के गांवों में रात में गश्त शुरू कर दी है। जिन इलाकों में गैर-स्थानीय लोग व कश्मीरी हिन्दू रहते हैं या फिर काम कर रहे हैं, वहां चौकसी बढ़ा दी गई है। पिछले तीन दिनों में आतंकवादियों ने गैर स्थानीय व कश्मीरी हिंदुओं को निशाना बनाया है। इन हमलों को रोकने के इरादे से ही पुलिस ने नाइट पेट्रोलिंग शुरू करने का निर्णय लिया है।

आइजीपी कश्मीर ने कहा कि पुलिस और सुरक्षाबलों ने कश्मीर के दूरदराज के गांवों में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता बनाया है। जिन इलाकों में कश्मीरी हिंदू रह रहे हैं, वहां सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ गश्त का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। गैर-स्थानीय मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत बनाया गया है। यह सारी व्यवस्था आतंकवादियों द्वारा आसान लक्ष्यों पर हमला रोकने के इरादे से की गई है।

इसी बीच आइजीपी ने यह जानकारी भी दी कि पुलवामा में गैर-स्थानीय निवासियों, शोपियां के दूरदराज के गांव में एक कश्मीरी पंडित पर हमले में शामिल आतंकियों की पहचान भी कर ली गई है। इसी बीच उन्होंने यह भी बताया कि आज सुबह अवंतीपोरा त्राल मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादी खोनमोह में सरपंच समीर अहमद की हत्या के अलावा ग्रेनेड फेंकने आदि सहित कई अन्य हमलों में शामिल थे।

आइजीपी ने कहा कि विदेशी आतंकवादियों ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए अब स्थानीय लोगों को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस इन आतंकवादियों का पता लगा रही है। आइजीपी ने कहा कि जल्द ही इन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया जाएगा या फिर ये किसी मुठभेड़ में मारे जाएंगे।

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