आवाज़-ए-हिमाचल
28 अक्टूबर : पति की लम्बी आयु की कामना के लिए रखे जाने वाला करवाचौथ का व्रत इस बार जेबों पर भारी पड़ रहा है। विशेष रूप से जहां आसमान छू रहे चूड़ी, कंगन व मिठाई के दाम आसमान छू रहे हैं। करियाड़ा बाजार के चारों तरफ धीमी गति से चल रहे सड़क निर्माण कार्य ने भी तमाम दुकानदारों का खेल बिगाड़ दिया है।
करवाचौथ व्रत को मात्र एक ही हफ्ता शेष बचा है और गाडि़यों की आवाजाही बंद होने के कारण इस त्योहारी सीजन में यहां गांव में प्रत्येक दुकानदार का कारोबार चौपट हो चुका है। उधर, जहां कोरोना संकट काल के दौरान इस बढ़ती महंगाई ने पहले ही गृहिणियो के चूल्हे का बजट बिगाड़ कर रख दिया है और ऊपर से करवाचौथ पर पत्नियों के लिए अपने मेकअप का सामान खरीदना पहुंच से बाहर होता जा रहा है। महंगाई की मार अबकी बार करवाचौथ के सामान पर देखने को मिल रही है।
करवाचौथ के सामान में सबसे ज्यादा असर चूडि़यों व मिठाइयों पर भी देखने को मिल रहा है। बीते वर्षों की अपेक्षा इस बार दामों मे काफी उछाल है। मनियारी की दुकानों में सजी फैंसी चूडि़यां नगों से जडे़ कांच मेटल के कंगन व अन्य मैकअप का सामान गत वर्ष की उपेक्षा करीब 40 प्रतिशत महंगा होने के कारण महिलाओं की जेब पर भारी पड़ने लगा है । फैंसी चूडि़यां 40 से 90 रुपए प्रति दर्जन मिल रही हैं, जबकि विभिन्न नगों से जडे़ कांच व मेटल के कंगन 150 से 300 रुपए प्रति सेट बाजार से उपलब्ध हो रहा है। इसी तरह करवाचौथ व्रत की किताब 15 रुपए, करवाचौथ कैलेंडर दस रुपए, मिट्टी का करूंआ 20 से 30 रुपए, मेहंदी कीप दस से 15 रुपए, नारियल 40 रुपए, 120 प्रति किलोग्राम फैनिया मिल रही हैं। वहीं, बढ़ती महंगाई से हर वर्ग परेशान है।