आवाज ए हिमाचल
12 दिसंबर।राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कनोल ने अपना वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह धूमधाम के साथ मनाया।इस दौरान हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उप मुख्य सचेतक व विधायक केवल सिंह पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।स्कूल पहुंचने पर स्कूल स्टाफ,स्टूडेंट्स व स्थानीय लोगों ने केवल सिंह पठानिया का जोरदार स्वागत किया।इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि बच्चों को घर के नजदीक की पढ़ाई के अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की सोच से शिक्षा में सुधार लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार गुणवत्ता शिक्षा प्रदान के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं तथा बच्चों को गुणवान बनाने से देश तथा समाज भी आगे बढ़ेगा। उन्होेंने कहा कि बच्चों को नैतिक शिक्षा प्रदान करने पर विशेष बल दिया जाएगा इसमें शिक्षकों का अहम योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवा शक्ति पर निर्भर है और युवाओं को सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए देश तथा प्रदेश को विकास के स्वर्णिम पथ पर आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि व्यायाम एवं खेल इत्यादि में नियमित रूप से भाग लेते हुए नशे से दूर रहें। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे संघर्ष, परिश्रम एवं लगन को अपना साथी बनाएं। उन्होंने कहा कि युवावस्था में संघर्ष एवं परिश्रम के माध्यम से ही जीवन के उच्च लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य पवन शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्कूल की वार्षिक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए तथा मुख्यातिथि ने मेधावी बच्चों को पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया। विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बच्चे दिन रात मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ खेल कूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेना चाहिए जिससे बच्चों का समग्र विकास होता है।