12 दिनों से टेंटों में रातें गुजार रहे भूस्खलन से प्रभावित कई परिवार, मुख्यमंत्री ने दिया हर संभव मदद देने का आश्वासन
आवाज़ ए हिमाचल
संदीप महाजन, सिहुंता/चंबा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शाहपुर मैदान में जनसमूह को संबोधित करने के बाद सोमवार दोपहर चंबा ज़िला के भटियात विधानसभा क्षेत्र की पंचायत ककरोटीघट्टा में प्राकृतिक आपदा से पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे।
उन्होंने भारी बारिश के बीच ककरोटीघट्टा में विस्थापित 37 परिवारों का हाल जाना। इस दौरान टेंटों में रह रहे प्रभावितों ने मुख्यमंत्री जयराम व विधायक बिक्रम सिंह जरयाल को अपनी समस्या बताई। सीएम ने प्रभावितों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
इस दौरान कई प्रभावित भावुक भी हो गए। सीएम जयराम ने कहा कि केंद्र की टीम हिमाचल में इस मानसून में हुए नुकसान का जायजा लेने आई है। उन्होंने कहा कि आज सुबह ही उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है। गृह मंत्री ने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। सीएम ने कहा कि अभी भी बरसात का मौसम जारी है, ऐसे में सभी को एहतियात बरतने की जरूरत है।
गौरतलब है कि सिहुंता क्षेत्र की ग्राम पंचायत ककरोटीघट्टा में भारी बारिश के बाद हालात 12 दिन बाद भी पटरी पर नहीं लौट पाए हैं। नलेड गांव में भारी भूस्खलन का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। इतना ही नहीं बारिश के दौरान ग्रामीणों के घरों में दरारें आ चुकी हैं। ऐसे में अब अपनी जान बचाने के लिए ये लोग प्रशासन और पंचायत प्रबंधन की ओर से दिए गए शरणस्थलों में रहने के लिए मजबूर हैं।
प्रभावितों की सहूलियत के लिए प्रशासन और विधायक की ओर से ग्रामीणों के लिए टेंट और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। प्रभावित प्रशासन से सुरक्षित जगह पर मकान बनाने के लिए जमीन और उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।